वायनाड (केरल) : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह केरल के वायनाड में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों के लिए धनराशि उपलब्ध नहीं कराकर पुनर्वास कार्यों की उपेक्षा कर रही है।
प्रियंका गांधी वायनाड लोकसभा सीट से उपचुनाव में कांग्रेस की उम्मीदवार हैं। उन्होंने 13 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले अपना प्रचार अभियान तेज कर दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार का रुख लोगों और राष्ट्र का सम्मान नहीं करने के उनके भाव को दर्शाता है और यह बात उसके पिछले 10 वर्ष के शासन के दौरान बनाई गई नीतियों से भी स्पष्ट है।
केंद्र सरकार ने किसानों के प्रति कोई अपनापन नहीं दिखाया
कांग्रेस नेता ने यहां ईंगापुझा में एक नुक्कड़ सभा में कहा कि मोदी सरकार की नीतियां हमेशा प्रधानमंत्री के पांच-छह कारोबारी मित्रों के सहयोग के लिए बनाई जाती हैं और जनता को इनसे लाभ नहीं होता। उन्होंने वायनाड में हुए भूस्खलन का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जिले में आए, प्रभावित स्थानों का दौरा किया, लोगों से मिले और उन्हें हर तरह की मदद का वादा किया, लेकिन केंद्र सरकार ने इसके महीनों बाद भी प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए कोई धनराशि उपलब्ध नहीं कराई। प्रियंका गांधी ने दावा किया कि केंद्र सरकार ने किसानों के प्रति कोई अपनापन नहीं दिखाया, देश भर में आदिवासी समुदायों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया और जनता की जरूरतों को पूरा करने के बजाय बड़े कॉरपोरेट समूहों को भूमि आवंटित कर रही है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि मोदी सरकार द्वारा रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और अन्य आवश्यक क्षेत्रों की उपेक्षा की गई है। प्रियंका गांधी ने दावा किया कि मोदी सरकार ने भारत के लोगों के प्रति पूरी तरह अनादर दिखाया है। उनका कहना था, ”यदि आप लोगों के लिए सम्मान खो देते हैं, तो आप देश के लिए सम्मान खो देते हैं। आज देश में उस प्रचलित राजनीति को बदलने की जरूरत है जिसमें केवल सत्ता मायने रखती है और लोगों का कोई महत्व नहीं है।”
मणिपुर की हिंसा का भी जिक्र किया
उन्होंने मणिपुर की हिंसा का भी जिक्र किया और कहा कि किसी भी तरह से सत्ता में बने रहने की कोशिश करना ‘गलत राजनीति’ है। पिछले साल मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच भड़की हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। कांग्रेस महासचिव ने यहां नुक्कड़ सभा के लिए एकत्र हुए सैकड़ों लोगों से कहा कि वह और उनका परिवार वायनाड के लोगों का उस समय उनके भाई को समर्थन और वोट देने के लिए ”ऋणी” है, जब उनकी छवि खराब करने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया गया था। उन्होंने कहा कि वायनाड के लोगों और राहुल गांधी के बीच बना प्यार, विश्वास और वफादारी का बंधन उनके दिल में एक विशेष स्थान रखता है और इसलिए जब उन्हें निर्वाचन क्षेत्र छोड़ना पड़ा तो उन्हें बहुत दुख हुआ। प्रियंका ने कहा कि भले ही कांग्रेस केंद्र या केरल में सत्ता में नहीं है, लेकिन वह वायनाड के लोगों की समस्याओं को संसद में उठाएंगी। उनका कहना था, ”मैं आप लोगों को निराश नहीं करूंगी।”
खुद को पूरी तरह से समर्पित करने का वादा किया
प्रियंका गांधी ने बाद में सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि वायनाड हमेशा सामाजिक सद्भाव, धर्मनिरपेक्षता और न्याय के साझा मूल्यों के लिए खड़ा रहा है। उन्होंने कहा, ”आज ईंगापुझा, तिरुवम्बाडी के अद्भुत लोगों को संबोधित किया। वायनाड हमेशा हमारे साझा मूल्यों- सामाजिक सद्भाव, धर्मनिरपेक्षता और न्याय के लिए खड़ा रहा है। ये मूल्य संविधान में निहित हैं। मैं इन आदर्शों को बनाए रखने और वायनाड की प्रगति और भलाई के लिए खुद को पूरी तरह से समर्पित करने का वादा करती हूं।” इस उपचुनाव के जरिए चुनावी मैदान में पहली बार उतरीं प्रियंका गांधी का वायनाड लोकसभा सीट पर वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के वरिष्ठ नेता सत्यन मोकेरी और पूर्व विधायक एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रत्याशी नव्या हरिदास के साथ मुकाबला है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस्तीफा देने के कारण वायनाड सीट पर उपचुनाव हो रहा है। राहुल गांधी ने इस साल हुए आम चुनाव में वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली दोनों सीट से जीत हासिल की थी। बाद में उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी।