Jharkhand Vidhan sabha Chunav 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को शुक्रवार (18 अक्टूबर) को बड़ा झटका लगा है। आजसू पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष उमाकांत रजक और जमुआ सीट से तीन बार के विधायक और भाजपा नेता केदार हाजरा झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) में शामिल हो गए।
केदार हाजरा और उमाकांत रजक अब जेएमएम की टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं। ये दोनों नेता टिकट ना मिलने की वजह से ही अपनी-अपनी पार्टी छोड़ जेएमएम में शामिल हुए हैं। जमुआ सीट से केदार हाजरा को और चंदनकियारी विधानसभा सीट से उमाकांत रजक को जेएमएम चुनावी मैदान में उतार सकती है।
ये दोनों नेता ऐसे वक्त में जेएमएम में शामिल हुए हैं, जब कांग्रेस नेता मंजू देवी हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा इस बार जमुआ से मंजू देवी को उम्मीदवार बना सकती है। इसलिए केदार हाजरा ने पाला बदलने का फैसला किया है। 2019 के विधानसभा चुनाव में केदार हाजरा ने मंजू देवी को 18 हजार से अधिक मतों से हराया था।
झामुमो के नेतृत्व वाला गठबंधन सभी 81 सीटों पर लड़ेगा विधानसभा चुनाव
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा था कि आगामी विधानसभा चुनाव में झामुमो के नेतृत्व वाला गठबंधन सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की केंद्रीय समिति की बैठक के बाद बोलते हुए सोरेन ने पार्टी की चुनावी तैयारियों पर भरोसा जताया और कहा कि गठबंधन राज्य में फिर से सत्ता हासिल करेगा।
सोरेन ने कहा था, “मैंने झामुमो केंद्रीय समिति की बैठक में अन्य सभी कार्यकर्ताओं और कार्यकारी समिति के सदस्यों के साथ भाग लिया। हमने अपनी चुनावी तैयारियों की समीक्षा की और हमें विधानसभा चुनाव जीतने का भरोसा है। झामुमो के नेतृत्व वाला गठबंधन सभी 81 सीटों पर चुनाव लड़ेगा।”
उन्होंने कहा कि हम झामुमो नीत गठबंधन केवल घोषणाएं करने में विश्वास नहीं करता है क्योंकि हमने कई कल्याणकारी योजनाओं पर काम किया है। झामुमो विधायक और हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने कहा कि गठबंधन को जीत का भरोसा है क्योंकि 2019 में “डबल इंजन” वाली भाजपा सरकार के बावजूद उसे वोट दिया गया था।