बिहार में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जहरीला शराब से सीवान और सारण के 16 गांवों में हुई मौत को लेकर नीतीश सरकार पर तीखा हमला बोला है.
एक्स पर उन्होंने लिखा, “बिहार के सीवान और सारण के 16 गांवों में जहरीली शराब से अब तक 36 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जो बेहद पीड़ादायक और दुःखद है. पीड़ितों के शोकाकुल परिवारजनों को हमारी गहरी संवेदनाएं. सरकार से अनुरोध कि दोषियों को न्यायसंगत कड़ी से कड़ी सज़ा दिलवाई जाए.”
कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा, “इससे पहले और भी ज़िलों में लगातार अवैध शराब से कई लोगों ने जान गंवाई है, जो बताता है कि बिहार सरकार अवैध शराब के कारोबार को रोकने में कितनी विफल है. इससे पहले अप्रैल 2023: मोतिहारी में जहरीली शराब के सेवन से 26 लोगों की मृत्यु हुई थी. दिसंबर 2022: छपरा में 71 लोगों की जान चली गई थी और दर्जनों लोगों की आंख की रोशनी चली गई थी. मार्च 2022 : बांका में 12 लोगों की मृत्यु हुई. नवम्बर 2021: गोपालगंज, बेतिया और मुजफ्फरपुर में ज़हरीली शराब पीने से 43 लोगों की मृत्यु हो गई थी.”
मल्लिकार्जुन खरगे ने लिखा, “2017 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने कहा था कि ‘मेरे ज़िंदा रहते बिहार में नहीं बिकेगी शराब’, शराबबंदी तो लागू हो गई, पर अवैध शराब का ग़ैरकानूनी क़ारोबार क्यों चालू है? बिहार में मौकापरस्त डबल सरकार सैकड़ों लोगों की जान लेने के लिए ज़िम्मेदार है !”