दिल्ली: धान पर पंजाब के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा कहते हैं, “…भगवंत मान पहले से ही दिल्ली के भाजपा नेतृत्व के साथ मिले हुए हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री को दूरदर्शी होना चाहिए था, उन्हें पता होना चाहिए था कि पंजाब के लिए क्या अच्छा है और उन्हें उसके लिए काम करना चाहिए था।” उन्हें रेल मंत्री, खाद्य मंत्री, प्रधानमंत्री से मिलना चाहिए था और पंजाब के मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए थी। मैं धान और गेहूं की खरीद हर साल क्यों नहीं करता गोदामों में?…ताजा फसल कहां रखी जाएगी? कोई भंडारण नहीं है…भगवंत मान द्वारा बोया गया नया बीज पीआर-126 है, उन्होंने तर्क दिया कि इसकी खेती 110-120 के बजाय 90-95 दिनों के भीतर की जाती है दिन और इससे पंजाब में 40-50 दिन पानी और बिजली बचेगी, लेकिन उन्होंने कोई वैज्ञानिक अध्ययन नहीं करवाया, अगर करवाया भी तो मुझे लगता है कि इसके पीछे एक लॉबी है जो जानती थी कि रिकवरी 60- होगी। 62% 5 किलो कम मात्रा के अंतर का भुगतान कौन करेगा? धान का एमएसपी आज 2300 रुपये प्रति किलोग्राम है… तो, नुकसान लगभग 6000 करोड़ रुपये होगा… बिल का भुगतान कौन करेगा? ।”