नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कांग्रेस की पंजाब इकाई ने मंगलवार को होने वाले पंचायत चुनाव को स्थगित करने की मांग करते हुए नामांकन प्रक्रिया में अनियमितताओं का आरोप लगाया और मतणगना के दौरान भी गड़बड़ी की आशंका जतायी।
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता और पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा के नेतृत्व में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को यहां पंजाब राज्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात की और उनसे तीन सप्ताह तक चुनाव स्थगित करने का अनुरोध किया।
पंजाब में 13,229 ग्राम पंचायतों के लिए 15 अक्टूबर को मतदान
पंजाब में 13,229 ग्राम पंचायतों के लिए 15 अक्टूबर को मतदान होना है। बाजवा ने राज्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात के बाद यहां पत्रकारों से कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने पंचायत चुनाव तीन सप्ताह तक स्थगित करने का अनुरोध किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि नामांकन प्रक्रिया के दौरान ”बड़े पैमाने पर अनियमितताएं” की गयीं क्योंकि कई विपक्ष समर्थित उम्मीदवारों का नामांकन ”गलत तरीके से” खारिज कर दिया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि कई प्रत्याशियों को नामांकन दाखिल करने के लिए आवश्यक अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) नहीं दिया गया। कांग्रेस नेता ने कहा कि कई लोगों ने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का रुख किया है जिनका नामांकन ”गलत तरीके से” खारिज कर दिया गया है।
हम पंचायत चुनाव रद्द कराना नहीं चाहते
बाजवा ने कहा, ”हम चुनाव प्रक्रिया को तीन सप्ताह तक स्थगित कराना चाहते हैं। हम पंचायत चुनाव रद्द कराना नहीं चाहते।” उन्होंने यह भी दावा किया कि पंचायत चुनावों के लिए एक जनवरी 2024 की मतदाता सूची के बजाय एक जनवरी 2023 की मतदाता सूची को स्वीकृत किया गया है जबकि लोकसभा चुनाव में एक जनवरी 2024 की मतदाता सूची स्वीकृत की गयी थी।
बाजवा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान करने वाले कई मतदाता पंचायत चुनावों में वोट नहीं दे पाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने पंचायत चुनाव में ”धांधली” के लिए ‘सरपंच’ और ‘पंच’ पदों के वास्ते प्रत्येक गांव में फर्जी मतपत्र छपवाए हैं। बाजवा ने कहा, ”हम मतपत्रों पर होलोग्राम लगाने की मांग करते हैं। हमें मतगणना के दौरान भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की आशंका है।”