नई दिल्ली/टीम डिजिटल। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई ने एक बयान जारी करके राज्य में जारी कनिष्ठ चिकित्सकों के विरोध प्रदर्शन को समर्थन देने की घोषणा की और पार्टी कार्यकर्ताओं से इस प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान किया।
कनिष्ठ चिकित्सक करीब दो महीने पहले कोलकाता के सरकारी आर. जी.कर चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल में महिला प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या के मामले में न्याय सहित अन्य मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं। कोलकाता और सिलीगुड़ी में आमरण अनशन कर रहे तीन कनिष्ठ चिकित्सकों को तबीयत खराब होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। चिकित्सकों का अनशन नौवें दिन में प्रवेश कर गया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों का पूरा समर्थन करने का वादा करते हुए आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल सरकार 16 सितंबर को चिकित्सा प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति में हुई बैठक के दौरान बनी सहमति से पीछे हट रही है।
मजूमदार ने बयान में कहा, ”भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कनिष्ठ चिकित्सकों को अपना पूरा समर्थन देती है।आर. जी. कर चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में महिला चिकित्सक के साथ हुए जघन्य दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या के बाद प्रदर्शनकारी चिकित्सकों की मांगें जायज हैं और उन्हें पूरा किया जाना चाहिए।”
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार चिकित्सकों की मांगों को पूरा करने के अपने वादे से पीछे हट रही है। उन्होंने कहा कि सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को बड़ी संख्या में चिकित्सकों के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है और राज्य के लोगों से इस आंदोलन का हिस्सा बनने का आग्रह किया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ”हमें अपने चिकित्सकों की रक्षा करनी है और पश्चिम बंगाल को उन नकारात्मक ताकतों से बचाना है जो इस समय राज्य के मामलों को नियंत्रित कर रही हैं।”
मजूमदार और पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी सहित कई भाजपा नेताओं ने पहले भी कनिष्ठ चिकित्सकों के आंदोलन को समर्थन दिया था, लेकिन इसमें सीधे तौर पर भाग नहीं लिया था क्योंकि चिकित्सकों और नागरिक समाज के अन्य प्रदर्शनकारी सदस्यों ने बार-बार अपने आंदोलन को गैर-राजनीतिक बनाने का आह्वान किया था।