चेन्नईः तिरुचिरापल्ली से शारजाह जा रहे एक विमान में शुक्रवार शाम उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद बीच हवा में तकनीकी खराबी आ गई। जानकारी के मुताबिक, फ्लाइट में क्रू मेंबर समेत 144 यात्री सवार थे।
हवाई अड्डे पर 20 एंबुलेंस भेजी गई हैं। बताया जा रहा है कि विमान में हाइड्रॉलिक सिस्टम में खराबी आ गई थी। इसके बाद हवाई जहाज दो घंटे तक हवा में चक्कर लगाता रहा। हालांकि, बाद में प्लेन को सुरक्षित रूप से उतार लिया गया।
इस दौरान यात्रियों की सांसे अटकी रहीं। गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। हालांकि घंटों के मशक्कत के बाद विमान ने सुरक्षित लैंडिंग कर ली। एयरपोर्ट के डायरेक्टर ने बताया कि विमान, जो त्रिची के आसपास मंडरा रहा था वह सुरक्षित लैंड कर गया है।
पायलट ने हाइड्रोलिक फेलिअर के बारे में एयरपोर्ट को सूचित किया था। प्लेन की सुरक्षित लैंडिंग करा दी गई है। इसमें सवार सभी 140 यात्री सुरक्षित हैं। ये फ्लाइट त्रिची के शारजाह जा रही थी।
रात 8:14 बजे फ्लाइट ने एयरपोर्ट पर लैंड किया। एयरपोर्ट बेली लैंडिंग के लिए तैयारी थी। फ्लाइट के रिहायशी इलाके के ऊपर से गुजरने के कारण ईंधन डंपिंग का विकल्प नहीं चुना गया। इससे पहले, विमान को हल्का बनाने के लिए ईंधन डंपिंग पर विचार किया जा रहा था। हालांकि, यह विकल्प नहीं चुना गया क्योंकि विमान आवासीय क्षेत्रों के ऊपर चक्कर लगा रहा था। बेली लैंडिंग (Belly Landing) एक आपातकालीन लैंडिंग प्रक्रिया है, जिसमें विमान अपने अंडरकारेज (लैंडिंग गियर) को पूरी तरह या आंशिक रूप से खोले बिना ही जमीन पर उतारा जाता है। इसे “गियर-अप लैंडिंग” भी कहा जाता है, क्योंकि इस स्थिति में विमान के लैंडिंग गियर पूरी तरह से काम नहीं कर रहे होते हैं या खोले नहीं जा सकते।