अनुराग ढांडा ने कहा कि विशाल जनसभा में इतनी भारी संख्या में युवाओं, बुजुर्गों व महिलाओं ने इकट्ठा होकर कलायत में बदलाव का मन बना लिया। उन्होंने कहा कि कलायत पिछले 30 साल से राज परिवारों के बीच चक्कर काट रहा है। आज तक कलायत में एक भी अस्पताल में इलाज नहीं मिलता। वहां से एक पर्चा मिलता है, जिस पर पीजीआई चंडीगढ़, पीजीआई रोहतक लिखा हुआ होता।
उन्होंने कहा कि क्या यहां के लोगों को मूलभूत सुविधा नहीं मिल सकतीघ् लेकिन 30 साल में ये राजपरिवार एक भी अच्छा अस्पताल नहीं बना पाए। कलायत के एक व्यक्ति ने कोर्ट में शिकायत की थी कि लड़किया के लिए स्कूलों में अच्छे शौचालय नहीं, बिजली नहीं। कार्ट ने शिक्षा विभाग पर पांच लाख रूपये जुर्माना लगाया था। इसके अलावा कलायत में नहीं एक भी कंपनी नहीं, जिसमें कलायत व हरियाणा के युवाओं को रोजगार मिल सके।
उन्होंने कहा कि तीन राजपरिवारों ने 30 सालों से एक भी कंपनी नहीं आने दी। कलायत की गंभीर समस्या यह है कि गंदा पानी गांव से बाहर नहीं जा रहा और पीने का पानी घर के अंदर नहीं आ रहा। उन्होंने कहा कि जनकी राहों में मिट्टी के घर नहीं आते, उनको शायद हम नजर नहीं आते। इन तीनों राज परिवारों को सबको एक-एक बार मौका देकर देख लिया। जब उन्होंने विधायक बनकर एक बार में कुछ नहीं किया, तो दूसरी हमें इनसे क्या उम्मीद करें?
उन्होंने कहा कि पांच साल में 15 से 20 हजार युवाओं के लिए पांच साल में रोजगार की व्यवस्था करेंगे। बुलंद आवाज कलायत में चुनकर भेजें। विधानसभा में कलायत का नाम लें, तो पूरे हरियाणा की राजनीति हिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बार अहंकार हारेगा, आम आदमी जीतेगा।
उन्होंने कहा कि बहन-बेटियां सबकी साझली होती है। एक अहंकारी आदमी ने बहन-बेटियों के लिए असभ्य शब्द बोल उनका अपमान किया है। यह कलायत की जनता सहन नहीं करेगी। बहन, बेटियों व बुजुर्गों का सम्मान न करने वाले अहंकारी को इस बार कलायत की जनता बाहर का रास्ता दिखाएगी। उन्होंने कहा कि जब चुनाव होंगे तो यह तीन दल इक्कठे होंगे और आम आदमी पार्टी को हराने का प्रयास करेंगे, लेकिन कलायत की जनता इतनी वोट दे कि 50 फीसदी में आम आदमी पार्टी को वोट दे और 50 फीसदी बाकी तीनों को निपटा दे।