रिलीज से पहले विवादों में घिरीं बीजेपी सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी पंजाब में नहीं चलने दी जाएगी। शनिवार को हुई शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की आंतरिक समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने कहा है कि फिल्म इमरजेंसी को किसी भी सूरत में रिलीज होने नहीं दिया जाएगा। आंतरिक कमेटी की बैठक के दौरान शिरोमणि कमेटी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान कहा, ”भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी को रिलीज होने नहीं दिया जाएगा, क्योंकि इस फिल्म में सिख पंथ की महान शख्सियत जरनैल सिंह खालसा भिंडरावाले के किरदार को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। सिख इतिहास से किसी भी तरह की छेड़छाड़ सहन नहीं होगी।”
हाईकोर्ट में दायर की है जनहित याचिका
बॉलीवुड अभिनेत्री और बीजेपी सांसद कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी पर रोक लगाने की मांग को लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने पिछले माह पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी। एसजीपीसी की तरफ से इमरजेंसी फिल्म के निर्माताओं पर कथित तौर पर सिख समुदाय के चरित्र और इतिहास को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाते हुए उन्हें कानूनी नोटिस भी भेजा गया था। हाईकोर्ट में दायर की याचिका में कहा गया है कि फिल्म के ट्रेलर में गलत ऐतहासिक तथ्यों को दर्शाया गया है, जिससे स्पष्ट हो रहा है कि फिल्म सिख समुदाय के प्रति नफरत को बढ़ावा देगी। फिल्म के जरिए पंजाब से सामाजिक ताने-बाने को नष्ट करने का प्रयास किया गया है। केंद्र और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड को रिलीज के लिए जारी किए गए प्रमाणपत्र को रद्द करने की मांग भी गई है। इसके साथ पंजाब के डीजीपी को कंगना रनौत और फिल्म से जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देने की भी मांग की गई है।
सेंसर बोर्ड ने बिना कट्स के फिल्म रिलीज करने से मना किया
कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी की रिलीज का रास्ता साफ नहीं हो सका है। सेंसर बोर्ड ने कोर्ट में साफ कर दिया है कि वह बिना कट्स के फिल्म को रिलीज की हरी झंडी नहीं देंगे, वहीं शुक्रवार को कंगना ने कहा है कि इमरजेंसी में कोई कट्स नहीं लगाएंगी। एक्ट्रेस ने कहा कि सेंसर बोर्ड से फिल्म में 13 कट्स लगाने का सुझाव मिला है लेकिन ये सुझाव काफी अनुचित हैं और उनकी टीम इस पर अड़ी हुई है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि उनकी टीम फिल्म की प्रामाणिकता बनाए रखने के लिए दृढ़ है और इसलिए इसमें कोई छेड़छाड़ नहीं करेगी। पहले यह फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होने वाली थी। लेकिन केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से क्लीयरेंस सर्टिफिकेट नहीं मिलने के कारण यह अटकी हुई है। इसके निर्माताओं ने बॉम्बे हाई कोर्ट में अर्जी दी है।