देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व में शुरू की गई मेक इन इंडिया (Make In India) पहल को एक दशक यानी 10 साल बुधवार को पूरे हो चुके हैं और इस मुहिम से देश में क्या-क्या बदला?
इस बारे में पीएम मोदी ने खुद आंकड़ों के जरिए तस्वीर साफ की है. PM Modi ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कहा है कि मेक इन इंडिया का असर हर सेक्टर पर देखने को मिला है. मोबाइल फोन की मैन्युफैक्चरिंग हो या फिर सेमीकंडक्टर सेक्टर सभी जगह भारत का दबदबा बढ़ रहा है.
140 करोड़ लोगों का सामूहिक संकल्प
10 साल पहले शुरू की गई ‘मेक इन इंडिया’ मुहिम को जबर्दस्त सफलता मिली है और भारत अब मैन्युफैक्चरिंग का हब बनता जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर 2014 को भारत को एक प्रमुख वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य के साथ ही मेक इन इंडिया की शुरूआत की थी. PM Modi ने एक लिंक्डइन पोस्ट के जरिए इस मुहिम की सफलताएं गिनाईं. उन्होंने कहा कि Make In India के एक दशक पूरे होने पर इसकी छाप सभी सेक्टर्स पर दिखाई देने लगी है. ये 140 करोड़ भारतीयों के सामूहिक संकल्प को दर्शाता है, जो हमारे देश को मैन्युफैक्चरिंग और इनोवेशन का पावरहाउस बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
मोबाइल से लेकर सेमीकंडक्टर तक ग्रोथ
प्रधानमंत्री ने अपनी पोस्ट में उदाहरण देते हुए कहा कि साल 2014 में भारत में केवल दो मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स थीं, जो अब 200 हो गई हैं. इसके साथ ही हमारा मोबाइल एक्सपोर्ट 1,556 करोड़ रुपये से बढ़कर 1.2 लाख करोड़ रुपये हो गया है. यही नहीं भारत में यूज किए जाने वाले 99% मोबाइल फोन अब मेड इन इंडिया हैं और हम ग्लोबली दूसरे सबसे बड़े मोबाइल निर्माता बन गए हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री ने अपनी पोस्ट में बताया कि देश स्टील का शुद्ध निर्यातक भी बन गया है, जिसका उत्पादन 2014 से अब तक 50% से ज्यादा बढ़ा है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमारे सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने भी दुनियाभर से 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश (Investment) आकर्षित किया है.
अपनी पोस्ट में PM Modi ने सेमीकंडक्टर सेक्टर में ग्रोथ को लेकर कहा कि जो निवेश आया है, उसके तहत पांच संयंत्र मंजूरी किए गए हैं, जिनकी कंबाइंड कैपेसिटी प्रतिदिन 7 करोड़ से अधिक चिप्स की होगी. Renewable Energy के सेक्टर में भी भारत बड़ा प्लेयर बनकर उभरा है और वैश्विक स्तर पर चौथा सबसे बड़ा प्रोड्यूशप बन चुका है. उन्होंने आगे कहा कि हमारी इलेक्ट्रिक वाहन इंडस्ट्री (Electric Vehicle Industry), जो 2014 में व्यावहारिक रूप से अस्तित्व में ही नहीं थी, अब 3 अरब डॉलर की हो चुकी है.
सोशल मीडिया पर ऐसे दी बधाई
मेक इन इंडिया की 10वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री मोदी ने X पर पोस्ट करते हुए कहा कि मैं उन सभी को बधाई देता हूं, जो पिछले एक दशक से इस पहल को सफल बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं. यह सराहनीय है कि विभिन्न सेक्टर्स में निर्यात तेजी से बढ़ा है और इस प्रकार हमारी अर्थव्यवस्था (Indian Economy) मजबूत हुई है. उन्होंने लिखा कि सरकार मेक इन इंडिया को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.