चंडीगढ़ : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा विपक्ष में रहते हुए विधानसभा के अंदर और विधानसभा के बाहर जनता के प्रति अपने दायित्व को निभाने में असफल रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि आज अपनी राजनीतिक महत्वकांशा पूर्ति के लिए जनक्रांति यात्रा निकालने को मजबूर पूर्व मुख्यमंत्री को बीते साढ़े तीन साल में भाजपा शासन में कमियां नजर आई तो वो अब तक चुप क्यों रहे।
होडल में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा जनक्रांति यात्रा शुरू किए जाने पर पत्रकारों के सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा कि शासन की कमियों को जनता के बीच ले जाने तथा उनकी आवाज उठाने की जिम्मेदारी विपक्ष निभाता है, ताकि सरकार खामियों को दूर करे। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा 10 साल शासन करने के दौरान भी और अब विपक्ष में आने के बाद भी अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभाने में नाकामयाब रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा अपने साढ़े तीन साल की अवधि में जो कांग्रेस नहीं कर सकी, उससे अधिक काम करके जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाया है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री की नीयत पर सन्देह करते हुए सवाल पूछा कि यदि भाजपा सरकार अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभा रही थी, तो वो साढ़े तीन साल विधानसभा के अंदर और बाहर चुप क्यों रहे।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने यात्रा निकालने को पूर्व मुख्यमंत्री का लोकतांत्रिक अधिकार बताते हुए कहा कि आज अचानक उन्हें अपनी जिम्मेदारियों का अहसास हुआ है या अपना राजनीतिक वजूद बचाने के लिए सहानुभूति बटोरने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान और युवा वर्ग के हित की बात करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री अपनी यात्रा के दौरान जनता को यह जरूर बताएं कि उन्होंने आखिर क्यों स्वामीनाथन आयोग की मांगों को चेयरमैन रहते हुए भी सिरे नहीं चढने दिया और युवा वर्ग को ईमानदारी और योग्यता के आधार पर नौकरी देने की बजाय भ्रष्ट, क्षेत्रवाद, भाई-भतीजावाद तरीके को अपनाकर उनका भविष्य अंधकारमय करने का काम किया। उन्होंने कहा कि 10 साल सत्ता में रहकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने जनता को ब्लैक मेल किया और आज विपक्ष में अपना वजूद बचाने के लिए कार्यकर्ताओं में इमोशनल कार्ड खेल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों पर भाजपा सरकार ने तेजी से काम किया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में रबी फसल में औसत फसल पाने वाले किसानों में अबतक 277.87 करोड़ रुपए बीमा कंपनियों से दिलवाए गए हैं, जबकि नकदी फसलों विशेषकर सब्जियों के उत्पादकों को मुनाफा पहुंचाने के लिए भावान्तर भरपाई फसल योजना क्रियान्वित की रही है। युवाओं को योग्यता और पारदर्शिता से नौकरी देने के साथ-साथ सक्षम योजना और मुद्रा ऋण योजना के माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार के राह पर अग्रसर किया जा रहा है।