आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल कहते हैं, “वकीलों ने कहा कि यह केस दस साल तक चल सकता है. मैं इस दाग के साथ नहीं रह सकता. इसलिए मैंने सोचा कि मैं जनता की अदालत में जाऊंगा. अगर मैं बेईमान होता तो जाता मुफ्त बिजली के लिए आए तीन हजार करोड़ का गबन कर लिया, महिलाओं के लिए किराया मुक्त नहीं किया होता, बच्चों के लिए स्कूल नहीं बनाए…22 राज्यों में उनकी सरकार है, कहीं भी बिजली मुफ्त नहीं है, और कहीं भी महिलाओं के लिए किराया मुफ्त नहीं है, तो फिर चोर कौन है…मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि केजरीवाल चोर हैं या केजरीवाल को जेल भेजने वाले चोर हैं?…”