नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि देश के सातवें नेविगेशन सेटेलाइट के सफलतापूर्वक प्रक्षेपित होने से देशवासियों का जीवन आसान हो जाएगा। इस उपग्रह से ज्यादा बेहतर सटीकता और लक्षित स्थिति के साथ नेविगेशन प्रदान करने की उम्मीद है। मोदी ने भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को देश के सातवें नेविगेशन उपग्रह के सफल प्रक्षेपण पर बधाई दी है जो श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण स्थल से छोड़ा गया।
उन्होंने कहा कि मैं दिल से बधाई देता हूं और इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) के दल की सराहना करता हूं। किस प्रकार विज्ञान आम आदमी के जीवन को आसान बनाता है इसका हर कोई अनुभव कर रहा है। मोदी ने कहा कि इस प्रणाली से हमारे लोगों और हमारे मछुआरों को फायदा होगा।
उन्होंने इस देसी उपग्रह प्रौद्योगिकी को ‘मेक इन इंडिया’ का उदाहरण बताया और कहा यह भारत द्वारा भारत के लोगों के लिए बनाया गया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार भारत डिजाइन और उत्पादन की वैश्विक हब बनाने के लिए कदम उठा रही है। इसरो ने इससे पहले 6 नेविगेशन उपग्रह लांच किए थे, जो भारत की रीजनल नेविगेशन सेटेलाइस सिस्टम या आईआरएनएसएस का हिस्सा है। यह उपग्रह प्रणाली देश में ही विकसित की गई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी सातों उपग्रहों को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित कर दिया। अब भारत उन पांच देशों में शामिल हो गया है जिसकी खुद की नेविगेशन उपग्रह प्रणाली है। हम अब आत्मनिर्भर हैं। उन्होंने वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए टेलीविजन पर कहा कि हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। इससे लोगों के जीवन में बदलाव आया है। भारत ने सातवां नेविगेशन उपग्रह प्रक्षेपित किया, जो सफल रहा।
उन्होंने कहा कि इस उपग्रह के सफलतापूर्वक प्रक्षेपण से भारत की देसी उपग्रह नेविगेशन प्रणाली पूरी हो गई है जो देशवासियों के लिए वैज्ञानिकों की तरफ से दिया गया अमूल्य उपहार है। मोदी ने कहा कि हमारी इस कोशिश से ना सिर्फ भारत को फायदा होगा, बल्कि सार्क देश भी इसका लाभ उठा सकेंगे। जिन देशों के पास अपना नेविगेशन उपग्रह प्रणाली है उनमें अमेरिका, रूस, चीन, जापान और यूरोपीय संघ शामिल हैं।