Karnataka News: भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद लहर सिंह सिरोया कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के परिवार द्वारा संचालित ट्रस्ट को कर्नाटक औद्योगिक क्षेत्र विकास बोर्ड (केआईएडीबी) की जमीन के आवांटन को लेकर सवाल उठाए है।
लहर सिंह के बाद भाजपा की आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को इस मामले को लेकर घेरा है।
अमित मालवीय ने एक लंबी पोस्ट अपने एक्स हैंडल पर शेयर की है। जिसमें उन्होंने लिखा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और उनके परिवार पर अब कर्नाटक में भूमि घोटाले में फंस गए हैं।
दस्तावेजों के साथ एक रिपोर्ट से पता चलता है कि खड़गे के परिवार द्वारा संचालित सिद्धार्थ विहार ट्रस्ट को कर्नाटक औद्योगिक क्षेत्र विकास बोर्ड (केआईएडीबी) से 5 एकड़ जमीन मिली थी। यह जमीन बैंगलोर के पास हाईटेक डिफेंस एयरोस्पेस पार्क में एससी कोटे के तहत नागरिक सुविधाओं के लिए निर्धारित 45.94 एकड़ क्षेत्र का हिस्सा है।
सत्ता के दुरुपयोग के आरोप
इसके साथ ही अमित मालवीय ने लिखा – मजेदार बात ये है कि इस ट्रस्ट के ट्रस्टियों में मल्लिकार्जुन खड़गे, उनकी पत्नी श्रीमती राधाबाई खड़गे, उनके दामाद और गुलबर्गा के सांसद राधाकृष्ण, उनके बेटे और कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियांक खड़गे और दूसरे बेटे राहुल खड़गे शामिल हैं।
क्या ये सत्ता का दुरुपयोग नहीं है?
अमित मालवीय ने सवाल किया इस मामले में खड़गे के ऐसे करीबी सदस्यों की संलिप्तता क्या यह सत्ता के दुरुपयोग नहीं है, ये भाई-भतीजावाद और हितों के टकराव के बारे में है?
मालवीय ने पूछा आवंटन पर सहमति कैसे दी?
भाजपा नेता अमित मालवीय ने सवाल किया कि मार्च 2024 में उद्योग मंत्री एमबी पाटिल ने इस आवंटन पर सहमति कैसे दी? खड़गे परिवार KIADB भूमि के लिए पात्र होने के लिए एयरोस्पेस उद्यमी कब बन गया? उसे केआईएडीबी की ज़मीन मिल सके। एक आरटीआई कार्यकर्ता ने इस कथित अवैध आवंटन को माननीय राज्यपाल के कार्यालय के ध्यान में लाया है।