प्रदेश के वित्त मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि श्रमिक जागरूकता सम्मेलन आयोजित करने का मुख्य मकसद श्रमिकों को उनके अधिकारों और योजनाओं के बारे में जागरूक व जानकारी देना है। इससे पहले सिवानी में भी श्रमिक जागरूकता सम्मेलन आयोजित किया गया था, इससे पता चलता है कि श्रमिकों के हितों के लिए सरकार द्वारा कौन-कौन सी योजनाएं चलाई जा रही हैं और किस प्रकार उन योजनाओं का लाभ लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज पंजीकरण के साथ ही 1100 रूपये खाते में आते हैं जबकि पहले की सरकारों में मजदूरों की कापी बनने के दौरान ही उनका शोषण किया जाता था। उन्होंने कहा कि लोहारू, सिवानी और बहल में मजदूर को सीएससी सेंटर पर पैसे देने की जरूरत नहीं है, उनके द्वारा मजदूरों और गरीब आदमियों के लिए निशुल्क सीएससी सेंटर खोले गए हैं, गरीब आदमी किसी भी सेंटर पर जाकर अपना कार्य करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा गरीब किसान और मजदूरों की हितेषी सरकार है, इसी के चलते ही आज गरीब आदमी आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपए तक का इलाज फ्री करवा सकता है जबकि इससे पहले बीमारी के दौरान कर्ज के बोझ चले तब जाता था। गरीबों हितेषी योजना के तहत गरीबों को 500 रुपए में सिलेंडर देने का प्रावधान किया गया है और गरीब लोगों के हैप्पी कार्ड बनाए गए हैं, जिससे 1000 किलोमीटर की यात्रा साल में फ्री कर सकते हैं। सरकार द्वारा गरीबों के मकान पर सोलर सिस्टम लगाने की योजना बनाई गई है जिससे हर महीने 300 यूनिट बिजली बनती है, इससे बिजली का कोई खर्च नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों की सभी फसलें एमएसपी पर खरीदने की घोषणा की है, जबकि विपक्षी लोग किसानों को भड़काने का काम करते हैं, विपक्ष किसान को केवल अपना वोट बैंक समझता है। उन्होंने कहा कि आज लोहारू क्षेत्र में दर्जनों बिजली के सब स्टेशन, गिगनाऊ, खरकड़ी, गोकलपुर और गरवा में बागवानी, कृषि, मछली, पालन पशुपालन के केंद्र खोले गए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को मात्र 200 से 300 रुपए में खजूर के पेड़ उपलब्ध करवाए जाएंगे, जिससे किसान को एक साल में 5 लाख रुपए की आमदनी होगी। लोहारू क्षेत्र को विकास में पीछे नहीं रहने दिया जाएगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हरियाणा श्रम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष नरेश जांगड़ा ने कहा कि सरकार श्रमिक परिवारों के शैक्षणिक सामाजिक जीवन के उत्थान के लिए योजना लागू कर रही है। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह गरीब और मजदूरों का दुख दर्द भली-भांति समझते हैं। इसी के चलते पंजीकृत श्रमिक परिवारों के उत्थान के लिए सरकारी योजनाएं लागू कर रही है। उन्होंने श्रमिकों से अपना पंजीकरण करवाने और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की।
श्रमिक जागरूकता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्रम विभाग के आयुक्त मनीराम शर्मा ने कहा कि श्रमिकों के कल्याण के लिए श्रम कल्याण बोर्ड द्वारा योजनाओं को धरातल पर लागू किया जा रहा है। योजनाओं का लाभ सीधे तौर पर पात्र लोगों को दिया जा रहा है। श्रम विभाग द्वारा स्कूल में पढ़ने छात्र और छात्राओं की पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का खर्च सरकार उठा रही है। उन्होंने बताया कि आज लोहारू, बहल और सिवानी के 2800 श्रमिकों ने ऑनलाइन माध्यम से पंजीकरण के लिए आवेदन किया था, जिसमें से करीब ढाई हजार का पंजीकरण कर दिया है।
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कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम के दौरान श्रम मंत्री मूलचंद शर्मा और वित्त मंत्री जेपी दलाल ने एक बटन दबाकर बहल, सिवानी और लोहारू के 2006 पंजीकृत श्रमिकों के खाते में पौने तीन करोड रुपए की राशि डाली।
उन्होंने मंच पर भी 18 लाभार्थियों को एक प्रतीक के रूप पर विभिन्न योजनाओं के तहत चेक प्रदान किए।
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कार्यक्रम के दौरान श्रम विभाग द्वारा स्टॉल लगाई गई श्रमिकों को उनके कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी गई और मौके पर ही उनका पंजीकरण किया गया।
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श्रमिक सम्मेलन में रामकेश जीवनपुरिया ने उपस्थित श्रमिको का मनोरंजन किया और बहल के श्री राम इंटरनेशनल स्कूल की छात्राओं ने स्वागत गान तथा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
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तिरंगा यात्रा में हजारों की संख्या में युवा तिरंगे ,बाइक और ट्रैक्टर के साथ लिया भाग : वित्त मंत्री जेपी दलाल
श्रमिक सम्मेलन से पहले तिरंगा यात्रा में हजारों की संख्या में युवा तिरंगे ,बाइक और ट्रैक्टर के साथ भाग लिया। तिरंगा यात्रा के तहत गांव बिधवान से बहल तक भव्य एवं विशाल तिरंगा यात्रा निकाली गई।
लोहारू हल्के की तिरंगा यात्रा में प्रदेश के वित्त मंत्री जेपी दलाल सुबह नौ बजे मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान वे युवाओं को अपना संदेश भी दिया।लोहारू विधानसभा क्षेत्र की तिरंगा यात्रा गांव बिधवान से शुरू होकर बहल की अनाज मंडी में इसका समापन किया गया। तिरंगा यात्रा का प्रत्येक गांव में गर्म जोशी से फूल मालाओं व पुष्प वर्षा से स्वागत हुआ। तिरंगा यात्रा गांव विधवान से शुरू होकर गांव सिवाच, मंडोली खुर्द तथा सुरपुरा होते हुए बहल पहुंची।