दुनिया भर में हर साल 12 अगस्त को विश्व हाथी दिवस के रूप में मनाया जाता है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व हाथी दिवस के अवसर पर हाथियों के संरक्षण की दिशा में काम करने वालों की सराहना की है.
साथ ही हाथियों के संरक्षण के लिए सामुदायिक कोशिशों की भी प्रशंसा की है. उन्होंने हाथी को भारत की संस्कृति और इतिहास से जुड़ा बताया. विश्व हाथी दिवस एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम है, जो विश्व के हाथियों की सुरक्षा और हाथियों के बचाव के लिए समर्पित है. साथ ही सोशल मीडीया ‘एक्स’ पर उन्होंने हाथियों की कुछ सुंदर तस्वीरें भी शेयर कीं.
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखा कि विश्व हाथी दिवस हाथियों की सुरक्षा के लिए सामुदायिक प्रयासों की सराहना करने का एक अवसर है. इसके साथ ही उन्होंने हाथियों को अनुकूल घर मिल सके इसके लिए हर संभव प्रयास करने का दावा भी किया. दरअसल, भारत को छोड़कर दुनिया में हाथियों के अनुकूल निवास स्थान की कमी और अवैध शिकार के चलते उनकी संख्या में काफी कमी आई है.
लगातार बढ़ रही हाथियों की संख्या
पीएम मोदी ने लगातार देश में बढ़ रही हाथियों की संख्या पर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा ‘यह खुशी की बात है कि पिछले कुछ वर्षों में हाथियों की संख्या बढ़ रही है’. रिर्पोट के मुताबिक, दुनिया में लगभग 50,000 से अधिक एशियाई हाथी हैं. उन हाथियों की 60 प्रतिशत से अधिक आबादी भारत में ही है. पिछले 9 सालों में हाथी रिजर्व की संख्या तेजी से बढ़ी है.
भारतीय इतिहास से जुड़ा है हाथी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथी को भारत के संस्कृति और इतिहास से भी जुड़ा हुआ बताया. भारत में हाथियों को पवित्र जानवर माना जाता है. हाथी को शांति और ज्ञान का प्रतीक भी कहा जाता है. हिंदू धर्म में, हाथी के सिर वाले भगवान गणेश सबसे अधिक पूजे जाने वाले देवताओं में से एक हैं. किसी भी धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत गणेश भगवान की पूजा के साथ ही होती है. कहा जाता है कि गणेश भगवान का हाथी रूप बुद्धिमत्ता, शक्ति और वफादारी का प्रतीक होता है.