प्रख्यात आध्यात्मिक गुरु और ईशा फाउंडेशन के प्रमुख सद्गुरु वासुदेव जग्गी ने बांग्लादेश हिंसा में हिंदुओं को निशाना बनाए जाने पर गंभीर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार सिर्फ बांग्लादेश का अंदरुनी मामला नहीं है, इस दिशा में भारत को सकारात्मक कदम उठाना चाहिए.
सोशल मीडिया एक्स पर सद्गुरु ने भारत और बांग्लादेश के संबंध और इतिहास पर एक लंबी पोस्ट शेयर की और कहा कि अपने पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी होनी चाहिए.
आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु ने कहा कि बांग्लादेश कभी इस राष्ट्र का हिस्सा था लेकिन दुर्भाग्य से आज पड़ोसी मुल्क बन गया है. आध्यात्मिक नेता ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में भारत से बांग्लादेशी हिंदुओं की सुरक्षा करने का आग्रह किया है.
बांग्लादेश में हिंदुओं को बनाया जा रहा निशाना
आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु की ये टिप्पणियां तब आई हैं जब बांग्लादेश में हिंदुओं के घरों, मंदिरों और दुकानों पर हमला किया जा रहा है. हिंसक विरोध प्रदर्शनों के चलते पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा और अस्थाई तौर पर भारत में शरण लेना पड़ा है. विरोध प्रदर्शनों में शेख हसीना की पार्टी के कई नेताओं की हत्या कर दी गई है. उपद्रवी हसीना की संपत्ति और उसके समर्थकों को निशाना बना रहे हैं.
धार्मिक उग्रवाद पर नजर रखे भारत
सद्गुरु ने अपनी पोस्ट के साथ कुछ मीडिया क्लिपिंग भी शेयर की जिसमें हिंदुओं पर हमले की खबरें प्रकाशित की गई हैं. इस हालात को देखते हुए सदगुरु ने कहा कि हमारा पड़ोसी मुल्क दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में फंस गया है, आइए हम सब यह सुनिश्चित करें कि वहां जिस प्रकार के धार्मिक उग्रवाद के बढ़ने की आशंका गहरा गई है, उसका असर हमारे प्यारे भारत पर कभी न पड़े. उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में भारत को धार्मिक उग्रवाद को फैलने से रोकने की कोशिश करनी चाहिए.