हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने आज आढ़तियों के लिए कई बड़ी घोषणाएं की। उन्होंने धान की आढ़त को 45.88 रुपये से बढ़ाकर 55.00 रुपये प्रति क्विंटल करने की घोषणा की। इस फ़ैसले से लगभग 20 प्रतिशत की वृद्धि होगी, जोकि किसी भी राज्य में नही दी जा रही है। साथ ही, उन्होंने कहा कि गेहूं में शॉर्टेज के कारण आढ़तियों को हो रहे नुक़सान की भरपाई सरकार द्वारा की जाएगी, इसके लिए उन्होंने लगभग 12 करोड़ रुपये का मुआवज़ा देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने यह घोषणाएं आज संत कबीर कुटीर (मुख्यमंत्री निवास) पर हरियाणा स्टेट अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन और हरियाणा राईस मिलर्ज एंड डीलर्ज एसोसिएशन के सदस्यों के साथ बैठक कर रहे थे। को संबोधित करते हुए कही। इस मौके पर परिवहन राज्य मंत्री श्री असीम गोयल और शहरी स्थानीय निकाय राज्य मंत्री श्री सुभाष सुधा मौजूद रहे।
बैठक में आढ़तियों द्वारा गेहूं में शॉर्टेज का मुद्दा उठाया गया। आढ़तियों ने बताया कि प्रदेश में वर्ष 1966 से लेकर आज तक किसी भी सरकार ने कभी भी इस कमी की भरपाई नहीं की गई है। ये कमी औसत 0.20 प्रतिशत हर साल रहती है। पिछले रबी सीजन की कमी 0.28 प्रतिशत रही है। इस पर मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश सरकार 0.08 प्रतिशत की बढ़ी हुई शॉर्टेज के नुक़सान की भरपाई की जाएगी। इस शॉर्टेज के कारण 12 करोड़ रुपये का जो नुक़सान हुआ है उसकी भारपाई हरियाणा सरकार करेगी।
जुलाई और अगस्त में दिए जाने वाले चावल पर भी हरियाणा सरकार देगी 10 रुपये का बोनस
नायब सिंह सैनी ने कहा कि वर्ष 2023-24 की चावल की एफसीआई को डिलीवरी की आख़िरी तारीख़ 30 जून 2024 तक थी। उस दिन तक जिन्होंने सप्लाई दे दी थी, उन्हें हरियाणा सरकार की ओर से 10 रुपये बोनस दिया गया है। कई मिलर्स को स्टोरेज की कमी से डिलीवरी में इस बार दिक्कतें आई थी। इसलिए आखिरी तारीख को बढाकर 31 अगस्त 2024 तक करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए केंद्र सरकार को आखिरी तारीख बढ़ाने का अनुरोध किया है और उम्मीद है कि यह स्वीकृति शीघ्र आ जाएगी। इसलिए हरियाणा सरकार की ओर से जुलाई और अगस्त में दिए जाने वाले चावल पर 10 रुपये बोनस दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश को बेसहारा गौवंश मुक्त बनाने के तहत बेसहारा गाय/बछड़ा/बछड़ी पकड़कर अपनी गौशाला में लाने के लिए 600 रुपये प्रति गाय और 800 रुपये प्रति नन्दी की दर से तुरंत नगद भुगतान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे पकड़े गए बेसहारा पशुओं में से बछड़ा/बछड़ी के लिए 20 रुपये, गाय के लिए 30 रुपये तथा नन्दी के लिए 40 रुपये प्रतिदिन चारा के लिए अनुदान दिया जाएगा।