प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) के बाघ मित्रों के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बाघ मित्र मानव-वन्यजीव संघर्ष को रोकने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
देश के अलग अलग क्षेत्रों में इस तरह के प्रयास जारी है।
पीटीआर में डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के सहयोग से वर्ष 2019 में बाघ मित्रों को जोड़ने की कवायद शुरू हुई थी। जंगल सीमा से सटे गांवों के जागरूक लोगों को जोड़कर उन्हें प्रशिक्षण दिया गया। जिसके तहत जंगल से बाहर बाघों की मौजूदगी की जानकारी समय पर देने के साथ निगरानी में भी मदद मिलने लगी।
बाघ मित्र एप भी है मददगार
वन विभाग की ओर से बाघ मित्रों को ड्रेस समेत अन्य जरूरी उपकरण भी दिए गए। बाघ मित्र एप भी लॉन्च किया गया। इस एप के जरिए बाघ मित्र जंगल से बाहर बाघ की चहलकदमी पर पगचिन्हों का फोटो अपलोड कर उसकी पहचान और लोकेशन को ट्रेस करते हैं। यह एप काफी मददगार साबित हो रहा है। ‘मन की बात’ में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पीलीभीत के बाघ मित्रों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि यूपी के पीलीभीत में बाघ मित्र कार्यक्रम काफी चर्चा में है। जिसके तहत स्थानीय लोगों को बाघ मित्र के रूप में काम करने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसके बाद बाघ मित्र मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को रोकने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के अलग-अलग हिस्सों में इस तरह के प्रयास जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा, बाघ मित्रों की मिलेगी नई ऊर्जा
मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पीलीभीत के बाघ मित्रों के कार्यों की सराहना के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सराहना की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेट फार्म एक्स पर लिखा कि मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री द्वारा जनपद पीलीभीत में संचालित बाघ मित्र कार्यक्रम का विशेष उल्लेख किया गया। बाघ मित्र कार्यक्रम की सराहना की गई। प्रधानमंत्री की सराहना से निश्चित रूप से सभी बाघ मित्रों में नवीन उत्साह और ऊर्जा का संचार होगा। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में बाघों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है।