Danish Kaneria on Champions Trophy 2025: सौरभ कुमार गुप्ता. पाकिस्तान में 2015 में आईसीसी वनडे चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन होना है, लेकिन भारत सरकार ने सुरक्षा कारणों से टीम इंडिया को पाक भेजने से साफ इंकार कर दिया है। भारत सरकार का कहना है कि आतंकवाद और खेल एक साथ नहीं चल सकते। बीसीसीआई ने पीसीबी को हाईब्रिड मॉडल का सुझाव दिया है। इस मसले पर पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया ने पत्रिका से खास बात की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान खेलने के लिए सुरक्षित नहीं है और टीम इंडिया को यहां नहीं आना चाहिए।
क्या भारतीय टीम को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाक जाना चाहिए?
मैं बीसीसीआई और भारत सरकार के फैसले से सहमत हूं क्योंकि पाकिस्तान में अभी हालात ठीक नहीं हैं। ऐसे में भारतीय क्रिकेट टीम का यहां आकर खेलना सुरक्षा के लिए लिहाज से सही नहीं होगा। किसी भी देश के लिए उसके खिलाडिय़ों की सुरक्षा सबसे अहम होती है और इसमें कोई बुराई भी नहीं है।
क्या पीसीबी हाइब्रिड मॉडल अपनाने को तैयार होगा?
मेरा मानना है कि पीसीबी को आखिर में हाइब्रिड मॉडल पर सहमत होना पड़ेगा क्योंकि भारतीय टीम के बिना चैंपियंस ट्रॉफी का कोई महत्व नहीं रह जाएगा। आप देखना भारतीय टीम अपने मैच यूएई या श्रीलंका में ही खेलेगी। बीसीसीआई सबसे ताकतवर क्रिकेट बोर्ड है और उसे कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता।
जब आईसीसी को पता है कि टीम इंडिया पाक नहीं जाएगी, तो उसे मेजबानी क्यों दी?
देखिए, आईसीसी को एक सर्कल के तहत हर देश को बारी-बारी से बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी देनी होती है। पाकिस्तान के अंदरुनी हालात चाहे जैसे भी हों, लेकिन क्रिकेट में हमारा बड़ा नाम है। पाक ने कई महान क्रिकेटर दिए हैं और यहां के लोगों में क्रिकेट को लेकर दीवानगी है। हां, यह बात सही है कि आइसीसी को चाहिए था कि वह बीसीसीआई और पीसीबी को साथ बिठाकर पहले ही इस मसले का हल निकाल लेता।