Donald Trump: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर राजनीतिक रैली के दौरान जानलेवा हमले का नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव अभियान पर निश्चित रूप से असर पड़ने की संभावना नजर आ रही है। चुनाव प्रचार ऐसे मुकाम पर है, जहां से दोनों उम्मीदवारों डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडन को संभल कर चलना होगा।
जख्मी ट्रंप और थके मांदे बाइडन
जख्मी ट्रंप का कहना है कि वो चुनाव प्रचार जारी रखेंगे। उधर बार बार गलतियां करने वाले थके मांदे राष्ट्रपति जो बाइडन का कहना है कि भले ही डिबेट में वो सही प्रदर्शन न कर सके हों और गलत बोल जाते हो,जीतेंगे वे ही। बाइडन का यह भी कहना है कि उनके गलत प्रदर्शन या बोलने को मीडिया और दूसरे लोगों ने बहुत ज्यादा प्रचारित किया है, जबकि ऐसी गलतियां उनसे अधिक तो डोनाल्ड ट्रंप ने की हैं।
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump)
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति हैं। वे सन 2017 से 2021 तक संयुक्त राज्य अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति रहे। ट्रंप ने 2024 रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन हासिल कर लिया है। खबरों के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति ने 12 मार्च 2024 को जीओपी उम्मीदवार बनने के लिए आवश्यक प्रतिनिधियों की संख्या प्राप्त कर ली है। उन्होंने 14 जून, 1946 को जन्में ट्रम्प ने 1968 में पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में विज्ञान स्नातक की उपाधि प्राप्त की और उनके पिता ने उन्हें 1971 में अपने रियल एस्टेट व्यवसाय का अध्यक्ष बना दिया।
जो बाइडन (Joe Biden)
वे संयुक्त राज्य अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति हैं। उन्होंने 20 जनवरी 2021 को पदभार संभाला था। उप राष्ट्रपति कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप से पहले संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें उप राष्ट्रपति रहे। पेंसिल्वेनिया के स्क्रैंटन में जन्मे जो बाइडन 1953 में अपने परिवार के साथ डेलावेयर चले गए। उन्होंने सिरैक्यूज़ विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल करने से पहले डेलावेयर विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। वह 1970 में न्यू कैसल काउंटी काउंसिल और 1972 में अमेरिकी सीनेट के लिए चुने गए।
मौजूदा समीकरण
राजनीतिक प्रेक्षकों का कहना है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर शनिवार रात पेंसिल्वेनिया के बटलर में एक रैली को संबोधित करते समय हुए हमले से चुनावी रण का मूड बदलता हुआ नजर आ रहा है। हालांकि डेमोक्रेट राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस हमले को लेकर उनसे फोन पर बात भी की है।
गलत संकेत
बाइडन के लिए एक और गलत संकेत गया है कि जिस अमरीका की सुरक्षा व्यवस्था की लोग तारीफ करते नहीं थकते, उस अमरीका में एक पूर्व राष्टपति पर उनके कार्यकाल में जानलेवा हमला हुआ है, यह उनकी आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था की खामी माना जा रहा है, क्यों कि लोगों ने पहले ही बता दिया था कि इस तरह का एक व्यक्ति ट्रंप की रैली में उनके साथ है।
आकलन किया जा रहा
एक ओर बाइडन का डिबेट में गलतियां करना उनके लिए नकारात्मक है तो दूसरी ओर ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के थॉमस मैथ्यू क्रुक्स का उन पर हमला करना उनके जनाधार का पक्ष कमजोर करता है, लेकिन यह सहानुभूति लहर में भी बदल सकता है। बाइडन के लिए यह संतोष की बात है कि हमलावर रिपब्लिकन पार्टी का निकला। अब बाइडन और ट्रंप के राष्ट्रपति कार्यकाल की तुलना तो ही की जा रही है, उनके व्यवहार, नीतियों और जनाधार का भी आकलन किया जा रहा है। बहरहाल मौजूदा समीकरण यह संकेत दे रहे हैं कि ट्रंप की जीत आसान नजर आ रही है।