Rajasthan Politics: जयपुर। राजस्थान की वित्त मंत्री दीया कुमारी ने बुधवार को भजनलाल सरकार का पहला पूर्ण बजट पेश किया। जिसमें युवाओं के साथ-साथ महिलाओं पर खास ध्यान दिया गया। इसके अलावा बिजली, पानी, सड़क, पर्यटन के लिए बड़ी घोषणाएं की गई। हालांकि, बजट वाले दिन राजस्थान के कई दिग्गज नेताओं की गैर मौजूदगी चर्चा का विषय बनी रहीं। प्रदेश के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के साथ हाल ही में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले किरोड़ी लाल मीणा बजट के दौरान सदन से गायब रहे। इन तीन नेताओं में सबसे ज्यादा पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने चौंकाया। जानिए क्यों?
दरअसल, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा बजट से तीन दिन पहले रविवार शाम को पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के 13, सिविल लाइंस आवास पर पहुंचे थे। जहां पर दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक चर्चा हुई थी। सियासी जानकारों की मानें तो सीएम भजनलाल ने वसुंधरा राजे को मनाने की कोशिश की। साथ ही बजट के साथ ही आगामी उपचुनाव को लेकर भी चर्चा की। लेकिन, चौंकाने वाली बात ये रही कि बजट वाले दिन वसुंधरा राजे विधानसभा ही नहीं पहुंची।
वसुंधरा राजे ने बजट को बताया लोक कल्याण को समर्पित
बजट के दिन सदन से गैरहाजिर रहने वाली वसुंधरा राजे सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनी रही। वहीं, राजे सोशल मीडिया भी खूब सुर्खियों में रही। हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भाजपा सरकार की ओर सदन में पेश किए गए बजट को लोक कल्याण को समर्पित बताया है। वसुंधरा राजे ने बुधवार शाम को एक्स पर लिखा कि भजनलाल सरकार का यह बजट सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय है। लोक कल्याण को समर्पित यह बजट सभी वर्गों के विकास का दस्तावेज़ है।
इसलिए विधानसभा नहीं आई थी वसुंधरा
बजट वाले दिन यही चर्चा रही कि जब सीएम भजनलाल खुद वसुंधरा राजे से मिलने के लिए गए थे। इसके बाद भी वसुंधरा राजे विधानसभा में क्यों नहीं आई। हालांकि, बुधवार को इस सवाल पर किसी भी बीजेपी नेता ने कोई टिप्पणी नहीं की। अब जोधपुर दौरे पर पहुंचे बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ ने बताया कि वसुंधरा राजे क्यों विधानसभा में नहीं आई थी। मीडिया के सवालों के जवाब में राठौड़ ने कहा कि निजी कार्यों में व्यस्त होने के कारण वसुंधरा राजे विधानसभा में नहीं आई थी।