रांची पहुंचे असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने झामुमो नेता हेमंत सोरेन के बड़े भाई दुर्गा सोरेन की 14 साल पहले हुई मौत पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि जिन परिस्थितियों में दुर्गा सोरेन का निधन हुआ था, उसमें उनके शव का पोस्टमार्टम आखिर क्यों नहीं कराया गया? ऐसी कौन सी ताकत थी जिसने ऐसा करने से रोक दिया? हिमंता बिस्वा सरमा ने शनिवार को दिवंगत दुर्गा सोरेन की पत्नी और पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन के आवास पहुंचकर उनसे मुलाकात की। सीता सोरेन को भाजपा ने इस बार दुमका लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वह चुनाव हार गईं।
सीता सोरेन जी से पहली बार चुनाव में छोटी मुलाकात हुई थी
हिमंता बिस्वा ने कहा कि चुनाव के दौरान सीता सोरेन जी से पहली बार छोटी मुलाकात हुई थी। आज जब वह उनसे मिलने पहुंचे तो उनके पति दुर्गा सोरेन जी के निधन और उसके बाद के घटनाक्रमों के बारे में बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि दुर्गा सोरेन अपने घर के बड़े बेटे थे। उनका निधन होने पर परिवार के लोग ही पोस्टमार्टम न करने के लिए दबाव डालते हैं तो इससे ज्यादा दुखद बात क्या हो सकती है?
आज सीता सोरेन जी से मिला। मैं अभी भी हैरान हूँ कि ऐसी कौनसी ताक़त थी जिसने स्वर्गीय दुर्गा सोरेन जी के देहांत के बाद पोस्टमॉर्टम नहीं करने दिया? pic.twitter.com/weB5xd0yz6
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 29, 2024
सीता सोरेन ने पति की मौत पर उठाया था सवाल
सीता सोरेन ने भी झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद 28 मार्च को रांची में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में अपने दिवंगत पति दुर्गा सोरेन की मौत को रहस्यमय बताते हुए इसकी जांच की मांग की थी। सीता सोरेन ने कहा था कि लोग यह बात जानना चाहते हैं कि आखिर उनकी मौत कैसे हुई? इसके पीछा साजिश है। मैंने झारखंड मुक्ति मोर्चा में रहते हुए कई बार यह बात उठाई, लेकिन उस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
21 मई 2009 को हुआ था दुर्गा सोरेन का निधन
बता दें कि झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के बड़े पुत्र दुर्गा सोरेन का निधन 21 मई 2009 को हो गया था। उन्हें गंभीर हालत में बोकारो के अस्पताल में भर्ती करवाया गया था और उस रोज सुबह चार बजे उनकी मौत हो गई थी। दुर्गा सोरेन जेएमएम के महासचिव थे और राज्य में उन्हें शिबू सोरेन के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता था।