पंजाब बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने घोषणा की कि मलोट के करमगढ़ गांव में मेसर्स एसएईएल लिमिटेड द्वारा स्थापित 50 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना को सिंक्रोनाइज़ कर दिया गया है और 220 केवी ग्रिड सबस्टेशन कटोरावाला में सौर ऊर्जा प्रवाहित होने लगी है।
इसके अलावा 4 मेगावाट की चार सौर ऊर्जा परियोजनाएँ 2.748 रुपये प्रति किलोवाट घंटे की दर पर पेडा को आवंटित की गई हैं। इनमें से एक परियोजना, जो बठिंडा के तरखानवाला गांव में स्थित है, को भी पीएसपीसीएल के 66 केवी ग्रिड सबस्टेशन सेखों के साथ सिंक्रोनाइज़ किया गया है।
पंजाब में बढ़ेगी ऊर्जा क्षमता
इन परियोजनाओं के समन्वय से पंजाब में सौर ऊर्जा परियोजनाओं की संचयी स्थापित क्षमता 2081 मेगावाट हो गई है। इसके अलावा, 2850 मेगावाट की कुल क्षमता वाली सौर ऊर्जा परियोजनाएं वर्तमान में चालू हैं। ये 54 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजनाएं प्रतिदिन लगभग 3 लाख यूनिट हरित ऊर्जा उत्पन्न करेंगी, जिसे राज्य के किसानों को दिन के समय कृषि बिजली के रूप में आपूर्ति की जाएगी।
बता दें जून 2022 में, पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) ने 2.65 रुपये प्रति किलोवाट घंटे की प्रतिस्पर्धी दर पर 250 मेगावाट सौर ऊर्जा खरीदने के लिए सौर ऊर्जा डेवलपर्स के साथ समझौतों को अंतिम रूप दिया। बिजली मंत्री ने उपभोक्ताओं को विश्वसनीय और सस्ती बिजली प्रदान करते हुए स्वच्छ, हरित और कम-टैरिफ अक्षय ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए पंजाब सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
पंजाब के ऊर्जा मंत्री ने कहा कि ये नई सौर ऊर्जा परियोजनाएं राज्य की बिजली जरूरतों को पूरा करने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के राष्ट्रीय लक्ष्य में योगदान करते हुए, एक हरित पंजाब के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करती हैं।