Tamil Nadu Hooch Tragedy : तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में जहरीली शराब ने मौत का तांडव मचा दिया। मरने वाली की संख्या 47 हो गई, जिनमें से 24 मौतें एक ही गांव करुणापुरम में हुईं। इस गांव का ऐसा कोई भी घर नहीं बचा है, जो जहरीली शराब को शिकार न हुआ हो।
पूरे गांव में लाशों की कतारें लग गईं और ग्रामीणों का रो-रोकर बुरा हाल है। एक परिवार के अनाथ हुए 3 बच्चों ने आपबीती सुनाई।
करुणापुरम गांव के बाहर एक छोटा सा श्मशान घाट स्थित है, जहां गुरुवार की शाम को खचाखच भीड़ थी। इस छोटे से श्मशान घाट में एक साथ 24 चिताएं जलने लगीं। इस जहरीली शराब कांड में छोटे बच्चे अनाथ हो गए, बूढ़े माता-पिता अकेले रह गए, महिलाएं विधवा हो गईं और भाई-बहन रो रहे हैं। पूरे गांव में मातम का माहौल है।
अवैध शराब ने बच्चों के माता-पिता की ले ली जान
इस त्रासदी से 3 बच्चे सदमे हैं, उनकी आंखें सूख गई हैं। उनके माता-पिता दोनों की अवैध शराब पीने से मौत हो गई। इसे लेकर 14 वर्षीय राघवन ने कहा कि जब वे स्कूल से लौटे तो उन्हें बताया गया कि उनके माता-पिता बीमार हैं। जब वे सरकारी अस्पताल पहुंचे तो दोनों की मौत हो चुकी थी। उन्हें इस बात का अहसास ही नहीं था कि जब वे स्कूल से लौटेंगे तो उनके माता-पिता इस दुनिया को छोड़कर चले जाएंगे। उसने कहा कि अब उसके स्कूल की फीस और घर का किराया कौन देगा?
अनाथ बच्चों की नानी ने कहा- बेटी ने दवा समझकर पी ली थी शराब
अनाथ बच्चों की नानी ने रोते हुए कहा कि मेरी बेटी के पेट में दर्द था। वह मेडिकल स्टोर से सिरप लेकर आई। मेरा दामाद शराबी था। दुर्भाग्यपूर्ण उस दिन दामाद ने जहरीली शराब आधा पी थी और आधी रख दी। मेरे बेटी ने सोचा कि यह उसकी दवा है और उसने गलती से इसे पी लिया। कुछ देर बाद बेटी ने कहा कि उसे कुछ नहीं दिखाई दे रहा है और उसके पेट की दर्द और बढ़ गई। अस्पताल पहुंचे ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
अबतक 47 लोगों की गई जान
पूरे जिले में 20 जून को अवैध शराब पीने से हुई मौतों की खबर आग की तरह फैल गई। घरवाले इस उम्मीद से अस्पताल पहुंचे कि यह खबर झूठ है। शाम तक मरने वालों की संख्या 42 पहुंच गई और शुक्रवार सुबह यह आंकड़ा 47 हो गया।