आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने थानेदार, पेहवा और गुहला विधानसभा में कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कुरुक्षेत्र लोकसभा की जनता का आभार जताया और चरखी दादरी में 30 जून को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की धर्मपत्नी सुनीता केजरीवाल की रैली का निमंत्रण दिया। इस मौके पर जिला अध्यक्ष विशाल खुब्बड, लीगल विंग के उपाध्यक्ष विकास तोमर और लोकसभा अध्यक्ष सुमित हिंदुस्तानी मौजूद रहे।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि आज बैठक में लोकसभा चुनाव की समीक्षा की और मतदाताओं का आभार व्यक्त किया। आने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर 30 जून को चरखी दादरी में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की धर्मपत्नी सुनीता केजरीवाल आ रही हैं। जिसके लिए लोगों को आमंत्रित किया और चुनाव के क्या क्या मुद्दे होने चाहिए उसको लेकर सुझाव लिए गए। आम आदमी पार्टी पूरी ताकत और नई ऊर्जा के साथ 30 जून को विधानसभा चुनाव का आगाज करेगी।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने इंडिया गठबंधन के साथ लोकसभा चुनाव लड़ा, जिसमें हमें 5 लाख 13 हजार से ज्यादा वोट मिले। यदि हमें 15 हजार वोट और मिल जाते तो हम जीत जाते, इसलिए मैं कुरुक्षेत्र लोकसभा की जनता का आभार व्यक्त करता हूं। आम आदमी पार्टी ने जितने वोट लिए जेजेपी, इनेलो और बसपा ने 10 लोकसभा सीटों पर लड़कर यानी 30 उम्मीदवारों ने भी इतनी वोट नहीं लिए जितने आम आदमी पार्टी को एक सीट पर मिले
उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र के गांवों में तो हम जीते लेकिन शहरी क्षेत्र में मेन स्ट्रीम मीडिया के 400 पार के गुणगान का असर रहा। आम आदमी पार्टी 90 विधानसभाओं और हर बूथ पर अपनी तैयारी कर रही है। गठबंधन का फैसला शीर्ष नेतृत्व करेगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी के एजेंटों ने मेरे पार्टी छोड़ने की अफवा फैलाई। मैं अरविन्द केजरीवाल का सच्चा सिपाही हूं और हम पूरे तन मन धन के साथ विधानसभा चुनाव को लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि एक तरफ हिटवेव चल रही है और दूसरी तरफ पानी और बिजली को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। प्रदेश सरकार न बिजली पर ध्यान दे रही और न पानी पर। आज हरियाणा में पीने के पानी की भारी कमी है। जब राजस्थान में बीजेपी का राज आया तो उसी दिन अपना पानी राजस्थान की तरफ मोड़ दिया था।
उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान नीट का पेपर तो सही नहीं करा पाए। जिसको लेकर छात्र और आम आदमी पार्टी सड़कों पर है। कंचनजंगा रेल हादसे पर उन्होंने कहा कि एक समय था जब इतने बड़े हादसे पर रेल मंत्री इस्तीफा दे देते थे, लेकिन आज मोरल ग्राउंड खत्म हो चुका है।