नरेंद्रदामोदर दास मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बन गए हैं। उन्होंने रविवार शाम राष्ट्रपति भवन में इतिहास रचते हुए पद और गोपनीयता की शपथ ली। पीएम के साथ पांच दर्जन से अधिक मंत्रियों ने भी शपथ ली।
लगातार तीसरी बार भाजपा को सातों की सातों सीटें देने वाली दिल्ली से भी एक सांसद को पीएम मोदी की टीम में शामिल किया गया है।
पूर्वी दिल्ली से सांसद हर्षदीप मल्होत्रा पर पीएम ने भरोसा जताया है। उन्हें राज्यमंत्री बनाया गया है। मल्होत्रा ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के सबसे बड़े दांव को विफल करते हुए जीत हासिल की। केजरीवाल ने पूर्वी दिल्ली की सामान्य सीट पर दलित विधायक कुलदीप कुमार को उम्मीदवार बनाया था। पार्टी ने इसे जोरशोर से प्रचारित करते हुए कहा कि पहली बार किसी दल ने सामान्य सीट पर दलित को टिकट दिया है।
पार्टी को इस सीट पर जीत की पूरी उम्मीद थी, जहां कोंडली और त्रिलोकपुरी जैसी आरक्षित विधानसभा सीटें हैं। दलित वोटर्स की अच्छी आबादी को देखते हुए केजरीवाल ने कुलदीप को टिकट दिया था। अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर निकलने के बाद केजरीवाल ने पूर्वी दिल्ली में कुलदीप कुमार उर्फ मोनू के लिए जोरशोर से प्रचार किया। पार्टी ने इस बात को भी खूब प्रचारित किया का कुलदीप एक सफाई कर्मचारी के बेटे हैं।
हालांकि, मल्होत्रा ने आम आदमी पार्टी के इस दांव को विफल कर दिया। उन्होंने कुलदीप को 93 हजार से अधिक वोट से हरा दिया। 2019 में इस सीट से पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर सांसद बने थे। इस बार टिकट कटने से पहले उन्होंने राजनीति की अपनी पारी के अंत का ऐलान कर दिया।
मल्होत्रा का राजनीति में सफर बेहद शानदार रहा है। उन्होंने बेहद कम समय में एक पार्षद से देश के मंत्री तक का सफर तय किया है। हर्ष 2012 में दिल्ली के वेलकम कॉलोनी से पार्षद चुने गए थे। वह 2015-16 में ईस्ट दिल्ली म्यूनिसिपिल कॉर्पोरेशन के मेयर भी रह चुके हैं। 1984 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के हंस राज कॉलेज से बीएससी करने वाले मल्होत्रा एलएलबी की डिग्री भी रखते हैं। मल्होत्रा को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का करीबी भी माना जाता है।
मल्होत्रा को मंत्री बनाया जाना दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले अहम माना जा रहा है। इससे पहले 2014 में दिल्ली से डॉक्टर हर्षवर्धन और 2019 में मीनाक्षी लेखी को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था।