नई दिल्ली. राष्ट्रपति भवन में बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण से पहले रविवार को सूत्रों ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) निरंतरता और नए चेहरों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करते हुए गृह, वित्त, रक्षा और विदेश सहित सभी चार प्रमुख मंत्रालयों को अपने पास रखेगी.
इन बड़े चार मंत्रालयों के अलावा, बीजेपी रेलवे के साथ ही सड़क परिवहन, कानून, सूचना प्रौद्योगिकी और शिक्षा जैसे कुछ अन्य प्रमुख मंत्रालयों को भी अपने पास रख सकती है.
सूत्रों ने कहा कि पिछली कैबिनेट के 10 मंत्रियों को इस बार फिर से मौका दिया जाएगा. अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, एस जयशंकर, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल, हरदीप सिंह पुरी और अश्विनी वैष्णव केंद्रीय मंत्री बने रहेंगे, जबकि मोदी सरकार के तीसरे कैबिनेट अनुराग ठाकुर नजर नहीं आएंगे. सूत्रों के अनुसार, एक दर्जन से अधिक भाजपा सांसदों को मंत्रिपरिषद की सूची में नामित किया गया है और अन्य दर्जन सहयोगी दलों से हैं. इस सूची में नए चेहरे और कई महिलाएं भी शामिल हैं.
इस बीच, सूत्रों ने सीएनएन-न्यूज18 को बताया कि नीतीश कुमार की अगुवाई वाली जेडीयू एक कैबिनेट पद और एक राज्य मंत्री (एमओएस) पाने के लिए तैयार है. केंद्र में अपने लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए तैयार भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के दो नवनिर्वाचित सांसदों को भी स्थान दिया गया है. एन चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई वाली पार्टी ने रविवार को इसकी पुष्टि की.
टीडीपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री येरन नायडू के 36 वर्षीय बेटे राम मोहन नायडू किंजरपु, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में रविवार को शपथ लेने के बाद सबसे कम उम्र के केंद्रीय कैबिनेट मंत्री बन जाएंगे. इस बीच, टीडीपी ने कहा कि पेशे से डॉक्टर और इस चुनाव में सबसे अमीर उम्मीदवारों में से एक, चंद्र शेखर पेम्मासानी भी केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में शपथ लेंगे.