पीएम नरेंद्र ने देश में भ्रष्टाचार पर हो रही कार्रवाई को लेकर विपक्ष पर हमला बोला. पीएम मोदी ने कहा कि पहले ये आवाज उठती थी कि करप्शन हुआ और छोटे आदमी को सूली पर चढ़ा दिया. बड़े-बड़े मगरमच्छ छूट जाते हैं.
हमसे भी पहले यही कहा जाता था. अब जब मगरमच्छ पकड़े जा रहे हैं तो पूछा जा रहा है कि मगरमच्छों को क्यों पकड़ते हो.
पीएम मोदी ने कहा कि खान मार्केट का गैंग है जो कुछ लोगों को बचाने के लिए इस तरह का नरैटिव बनाता है. IANS को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि जब 2019 से पहले मुझसे कहा जाता था कि आप भ्रष्टाचार करने वाले बड़े मगरमच्छों को क्यों नहीं पकड़ते तो मैं कहता था कि ये एक स्वतंत्र एजेंसी का काम है. वह अपना काम करेगी. बस जो भी कार्रवाई हो वह तथ्यों के आधार पर होनी चाहिए. अफसरों ने मेहनत की, तथ्य खंगाले और अब कार्रवाई हो रही है तो हमसे ही सवाल पूछा जा रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि गिरफ्तारी का काम स्वतंत्र एजेंसी करती है, किसी को जेल में रखना है या नहीं ये कोर्ट तय करता है. देश देश में चिंता का विषय भ्रष्ट लोगों का महिमा मंडन है. हमारे देश में पहले जब कोई भ्रष्टाचार करता था तो लोग उससे सौ कदम दूर रहते थे, आज उन्हें कंधे पर बैठा रहे हैं.
भ्रष्टाचार रोकने के लिए किया टेक्नोलॉजी का प्रयोग
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लोग भ्रष्टाचार से तंग आ चुके हैं, दीमक की तरह भ्रष्टाचार देश को खोखला कर रहा है. मैं जब 2014 में भ्रष्टाचार की बातें बताता था तो लोग कहते थे कुछ करना चाहिए. हमने आकर पहले सिस्टम के दोषों को ढूंढा. योजनाओं में सेचुरेशन लाए, टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया. हमने 38 लाख करोड़ रुपये सीधे लोगों के खाते में ट्रांसफर किए. राजीव गांधी के समय की बात करें तब कहा जाता है कि 1 रुपया चलता है लेकिन लोगों तक 15 पैसा पहुंच पाता है. इस हिसाब से 38 लाख करोड़ तो ऐसे ही गबन हो जाता. हमने टेक्नोलॉजी का भरपूर प्रयोग किया है.
कुछ लोगों के समर्थन में पाक से आवाज उठता गंभीर विषय
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि चुनाव भारत का है, भारत का लोकतंत्र मैच्योर है, तंदरुस्त परंपराएं हैं. भारत के मतदाता भी बाहर की किसी भी हरकत से प्रभावित होने वाले नहीं हैं. कुछ ही लोग हैं जिनके समर्थन में आवाज पाकिस्तान से क्यों उठती है. ये जांच पड़ताल का और गंभीर विषय है. मुझे नहीं लगता कि मैं जिस पद पर बैठा हूं, वहां से मुझे इस पर कुछ कमेंट करना चाहिए.
नरैटिव गढ़ने वाले लोगों ने नुकसान किया
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में नरैटिव गढ़ने वाले लोगों ने हमारे देश का बहुत नुकसान किया, पहले चीजे बाहर से आती थीं तो कहते थे कि देश को बेच रहे हैं, जब चीजें देश में बन रही है तो ये कहते हैं कि ग्लोबलाइजेशन का जमाना है. आप ये क्या कर रहे हो. भारत जैसा देश जहां मैन पावर है, स्किल पावर है, मैं ऐसा तो नहीं कर सकता है गेहूं एक्सपोर्ट करूं और ब्रेड इंपोर्ट करूं. मेरी प्रॉयरिटी है, देश में युवाओं को अवसर और रोजगार मिले, मेरे देश का धन बाहर न जाए. किसनों का वैल्यू एडीशन हो. मैं नेशन फर्स्ट मिजाज से काम करता हूं.
G20 से दुनिया में भारत की पहचान बनाई
पीएम मोदी ने कहा कि भारत विविधताओं से भरा है, मैंने एक मिशन लिया. हर जिले के पास अपनी ताकत है.मैं विदेश जाता हूं तो वन जिला उत्पाद का कैटलॉग देखता हूं और तय कर लेता हूं और क्या लेकर जाना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि हमने जी20 का उपयोग, भारत की दुनिया में पहचान बनाने के लिए कहा, दुनिया के एक लाख लोग भारत में आए, अलग-अलग जगह पर गए और उन्होंने भारत से खुद को जोड़ा.
यूपीआई नहीं होता तो हम कोविड से कैसे लड़ते
पीएम ने कहा कि हमारे देश में डिजिटल इंडिया मूवमेंट मैंने शुरू किया, पहले आरोप लगे कि सर्विस प्रोवाइडर की भलाई के लिए किया. ये 21 वीं सदी है, प्रभावी क्षेत्र बदलते जा रहे हें, आज यूपीआई नहीं होता तो हम कोविड की लड़ाई कैसे लड़ते. हम 11 करोड़ किसानों को 30 सेकेंड के अंदर धन भेज सकते हैं, यूपीआई इतना फ्रेंडली है, लोग पैसे जेब में रखे बिना पूरी दुनिया की सैर कर सकते हैं. यूपीआई ने बहुत बड़ा रोल अदा किया है. फिनटैक में भारत लीड कर रहा है, जब मैं इस विषय पर चर्चा कर रहा था तो बड़े बड़े विद्वान जो संसद में बैठते हैं वो भी मजाक उड़ाते थे.
पीएम ने कहा कि मैं पुरानी सोच पर नहीं चलता, आज के यूथ को समझता हूं, वो जंप लगाना चाहता है, हमें लांचिंग पैड क्रिएट करना चाहिए, ताकि हम यूथ को समझ सकें, मैं परीक्षा पर चर्चा करता हूं, मैं लाखों ऐसे बच्चों से बात करता हूं, जो परीक्षा के 10 साल के आगे की बात करता है, अगर सरकार युवाओं की बात समझने में विफल रही तो बड़ी मुश्किल हो जाएगा.