जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण के मतदान के दिन ही विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए के प्रमुख नेताओं की राजधानी दिल्ली में बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में विपक्षी गठबंधन चुनाव में अपने प्रदर्शनों की समीक्षा-आकलन करने के साथ ही चार जून को आने वाले नतीजों के मद्देनजर आगे की अपनी सियासी रणनीति के विकल्पों पर विचार-विमर्श करेगा।
टीएमसी बैठक में नहीं होगी शामिल
हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से बुलाई जा रही विपक्षी नेताओं की इस बैठक में तृणमूल कांग्रेस शामिल नहीं होगी। पश्चिम बंगाल में एक जून को होने वाले मतदान में व्यस्त होने की वजह से तृणमूल कांग्रेस ने बैठक में आने में असमर्थता जताई है।
चुनाव नतीजों पर राजनीति दृष्टिकोण
विपक्षी सूत्रों ने बताया कि आइएनडीआइए नेताओं की यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है कि भाजपा के चार सौ पार के तमाम दावे के विपरीत आइएनडीआइए गठबंधन लोकसभा चुनाव को कांटे की टक्कर मान रहा है और ऐसे में सातों चरणों के चुनाव नतीजों का संभावित आकलन व समीक्षा कर भविष्य की राजनीति के लिए एक साझा दृष्टिकोण रखना जरूरी है।
एक जून को प्रस्तावित बैठक
मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से सहयोगी दलों के नेताओं को एक जून को प्रस्तावित इस बैठक के लिए संदेश भेजा गया है। सूत्रों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस की ओर से बैठक को सकारात्मक पहल करार दिया गया है मगर यह भी कहा गया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उनके भतीजे पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी इसमें शामिल इसलिए नहीं हो पाएंगे क्योंकि एक जून को आखिरी चरण के चुनाव में वे न केवल अपना वोट डालेंगे बल्कि मतदान खत्म होने तक बंगाल नहीं छोड़ेंगे।
एक जून को अंतिम चरण की वोटिंग
पश्चिम बंगाल में सातवें व अंतिम चरण में लोकसभा की नौ सीटों पर वोटिंग होनी है जिसमें कोलकाता की दो सीटें-कोलकाता दक्षिण और कोलकाता उत्तर भी शामिल हैं। मल्लिकार्जुन खरगे के साथ ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भाजपा की चुनावी जीत के दावे को प्रचार अभियान के दौरान लगातार खारिज करते हुए आइएनडीआइए गठबंधन की सरकार बनने का जवाबी दावा कर रहे हैं।
बैठक में ये नेता होंगे शामिल
बंगाल में तृणमूल कांग्रेस का कांग्रेस के साथ सीटों का समझौता नहीं हुआ मगर ममता बनर्जी ने साफ कहा है कि वह विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए का हिस्सा हैं और विपक्ष की सरकार बनी तो तृणमूल कांग्रेस उसका हिस्सा होगी। खरगे की ओर से बुलाई गई बैठक में शरद पवार, सीताराम येचुरी, डी राजा से लेकर द्रमुक, झामुमो, नेशनल कांफ्रेंस, राजद, सपा समेत विपक्षी गठबंधन में शामिल अन्य तमाम दलों के नेताओं के शामिल होने की संभावनाएं हैं।