हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत को टिकट दिया है। यहां से उनका मुकाबला कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह से हैं।
विक्रमादित्य पर हमला बोलते हुए कंगना ने कहा कि ये लोग मंडी की बेटियों से भाव पूछ रहे हैं। इन लोगों ने यहां की बेटियों को अपवित्र कहा है। हम मंडी की बेटियों का अपमान नहीं सहेंगे। पहाड़ी महिलाओं में बहुत दम होता है। मैंने उद्धव ठाकरे का सिंहासन हिला दिया था फिर तुम्हारी क्या औकात है।
सब्जियों के दाम भूल जाएंगे
कंगना ने कहा कि मंडी की बेटियों का भाव पूछने वाले विक्रमादित्य का वो हाल करूंगी की सब्जियों के दाम भी भूल जाओगे। इनका परिवार सालों से कुर्सी से चिपका हुआ है। इन लोगों के पास सत्ता रही, बावजूद इसके इनकी भूख खत्म नहीं हुई। इन लोगों को पैसा खाने के लिए सत्ता चाहिए। यह भूख इन्हें ले डूबेगी।
खुद कमाती हूं
कंगना ने कहा कि मैं फिल्म मेकर हूं, पद्मश्री हूं, खुद कमाती हूं। लेकिन विक्रमादित्य किसी काम के नहीं हैं, ये सिर्फ अपने मां-बाप के नाम पर वोट बैंक खाते हैं, इनसे ज्यादा भ्रष्ट कोई नहीं है।
कंगना रनौत ने मंगलवार को एक रैली के दौरान विक्रमादित्य सिंह को बिगड़ैल शाहजादा बताया है। उन्होंने कहा कि शायद इनकी मां ने इन्हें महिलाओं का सम्मान करना नहीं सिखाया। विक्रमादित्य सिंह हिमाचल प्रदेश के छह बार के मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह के बेटे हैं। वह मंडी से मौजूदा सांसद हैं और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी हैं। इस लोकसभा चुनाव में वो कंगना रनौत के सामने हैं।
एक कार्यक्रम के दौरान कंगना ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह ने कहा था कि मैं जिन मंदिरों में जा रही हूं उसे पवित्रकरना पड़ेगा। कंगना ने कहा कि मुझे लोगों का और ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त है।
विक्रमादित्य बिगड़ैल शाहजादा
गौर करने वाली बात है कि कंगना और विक्रमादित्य के साथ जुबानी जंग लगातार चल रही है। कंगना ने कहा कि बिगड़ैल शाहजादा महिलाओं की इज्जत करना नहीं जानता है, शायद उनकी मां प्रतिभा सिंह ने उन्हें महिलाओं की इज्जत करना नहीं सिखाया। कंगना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के पीएम बनने जा रहे हैं। कांग्रेस इस बार 50 का भी आंकड़ा नहीं पार कर पाएगी। इंडिया ब्लॉक का पांच साल में पांच प्रधानमंत्री बनाने का सपना चूर-चूर हो जाएगा। वहीं विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि केंद्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने के बाद मंडी को स्मार्ट सिटी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेरे पिता वीरभद्र सिंह ने मंडी को सेंट्रल जोन का स्टेटस दिया, मंडी को आईआईटी, मेडिकल कॉलेज की सौगात दी। बता दें कि हिमाचल प्रदेश की चार लोकसभा सीटों पर 1 जून को मतदान होने जा रहा है। इसके साथ ही छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव भी होगा। ये सीटों कांग्रेस विधायकों के डिस्क्वालिफाई होने की वजह से खाली हुई थीं।