Fact Check: सोशल मीडिया पर रोजाना कुछ न कुछ वायरल होता रहता है। उसमें कई चीजें तो सच होती हैं, लेकिन कई बातें झूठ निकलती हैं। इसी तरह इन दिनों एक मैसेज बहुत तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि आरबीआई ने बैंकों को गीता-सार प्रिंट करवाने का आदेश दिया है।
अखबार कटिंग की तरह बनाए गए इस मैसेज में लिखा है कि तुम क्या लेके आए थे, क्या लेके जाओगे। दावा किया गया पासबुक के आखिरी पन्ने पर यह प्रिंट करवाया जाएगा। हालांकि, फैक्ट चेक में यह वायरल दावा फर्जी निकला है।
क्या है वायरल मैसेज?
सोशल मीडिया पर जो इन दिनों वायरल हो रहा है, वह एक अखबार की कटिंग की तरह है। उसमें लिखा गया है, ”आरबीआई का सभी बैंकों को निर्देश।” पासबुक के आखिरी पन्ने पर प्रिंट करवाएं गीता-सार। तुम क्या लेके आए थे, क्या लेके जाओगे। क्यों रोते हो, तुम्हारा क्या था जो खो गया। जो लिया है यहीं से लिया, जो दिया यहीं दिया। जो आज तुम्हारा है, कल किसी और का था। परसों किसी और का हो जाएगा।” यह मैसेज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
फैक्ट चेक में वायरल मैसेज निकला फर्जी
सरकार के पीआईबी फैक्ट चेक ने इस मैसेज को फर्जी बताया है। यानी कि आरबीआई की ओर से कोई भी ऐसा निर्देश नहीं दिया गया है। पीआईबी फैक्ट चेक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”शेयर किए जा रहे एक फर्जी खबर में दावा किया जा रहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों को पासबुक के आखिरी पन्ने पर गीता का सार प्रिंट करवाने का निर्देश दिया है।” आरबीआई ने ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया है। संदिग्ध खबरों को आगे फॉरवर्ड न करें। पीआईबी फैक्ट चेक ने इस वायरल दावे को फर्जी करार दिया है।