जुलाना से जेजेपी विधायक अमरजीत ढांडा ने बीते कुछ दिनों में विधायक देवेंद्र बबली द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा पर सख्त एतराज जताया है। जुलाना विधायक एवं जेजेपी के विधानसभा मुख्य सचेतक ने कहा कि दो बार विधानसभा का चुनाव हार चुके देवेंद्र बबली को जननायक जनता पार्टी के नेताओं ने टिकट दी, और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें पहली बार विधानसभा तक पहुंचाया। यही नहीं, सरकार में हिस्सेदार होते हुए जेजेपी नेतृत्व ने ही देवेंद्र बबली को कैबिनेट मंत्री का ओहदा दिलवाया और पंचायत विभाग जैसा अहम महकमा दिया। अमरजीत ने कहा कि देवेंद्र बबली आज किसी बड़े लालच में अपनी निष्ठा और विचारधारा बदल रहे हैं जो ऐसे व्यक्ति को शोभा नहीं देता जिसे जेजेपी ने कम समय में बहुत कुछ दिया हो। अमरजीत ने कहा कि देवेंद्र बबली राजनीतिक लालच में अंधे हो गए हैं और मानसिक संतुलन खो रहे हैं।
अमरजीत ढांडा ने कहा कि चाबी के निशान पर विधायक बने देवेंद्र बबली ने सत्ता में हिस्सेदारी के वक्त खुद के बिजनेस और अपने मित्र-प्यारों पर ही ध्यान दिया। अमरजीत ने कहा कि साढ़े चार साल में जेजेपी के विधायक होते हुए देवेंद्र बबली ने ना कभी पार्टी का कोई आयोजन करवाया और ना ही किसी नए व्यक्ति को जेजेपी में शामिल करवाया। उन्होंने कहा कि जेजेपी के गठन से लेकर आज तक डॉ अजय सिंह चौटाला के कार्यकर्ताओं ने पार्टी को सींचा है और खड़ा किया है। इसमें देवेंद्र बबली जैसे स्वार्थी लोगों का कोई योगदान नहीं है। उल्टे पार्टी ने अपने हिस्से में आए कैबिनेट मंत्री पद को देवेंद्र बबली को देकर उनको बड़ा अवसर दिया था जिसे उन्होंने पंचायत व्यवस्था बिगाड़कर और सरपंचों का अपमान कर गलत तरीके से इस्तेमाल किया।
अमरजीत ढांडा ने कहा कि डॉ अजय सिंह चौटाला और दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व में जेजेपी का काडर पूरी निष्ठा से पार्टी के लिए लोकसभा चुनाव में काम कर रहा है जबकि देवेंद्र बबली जैसे स्वार्थी लोग अपनी निष्ठा को भाजपा के पास गिरवी रखकर अपने मतदाताओं का सौदा कर रहे हैं। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर देवेंद्र बबली को भाजपा इतनी ही अच्छी लगती है तो जेजेपी के सिम्बल पर मिली विधानसभा सदस्यता को छोड़कर राजनीति करें। उन्होंने याद दिलाया कि राष्ट्रीय दल भाजपा और कांग्रेस में शामिल हुए वरिष्ठ नेताओं को ना मंचों पर कुर्सी मिलती है ना ही पार्टी में तवज्जो। अमरजीत ढांडा ने कहा कि जेजेपी की तरफ आंख उठाकर देखने से पहले देवेंद्र बबली अपनी राजनीतिक जमीन को चैक कर लें। ऐसा ना हो कि वे ना इधर के रहें ना उधर के।