Goldie Brar gang Shooters Arrested: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली, राजस्थान, एमपी, पंजाब, हरियाणा, यूपी, बिहार समेत सात राज्यों में स्पेशल ऑपरेशन चलाकर 10 शूटर को अरेस्ट किया है।
इस दौरान पुलिस ने 7 पिस्तौल और 31 जिंदा कारतूस के साथ-साथ 11 मोबाइल भी बरामद किए हैं। जांच में सामने आया है कि पकड़े गए सभी शूटर फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया हैंडल के जरिए आपस मे जुड़े थे। दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई से शूटर के मंसूबों पर पानी फिर गया है। क्योंकि आने वाले दिनों में ये शूटर अलग-अलग राज्यों में हत्या, लूट और फिरौती की घटनाओं को अंजाम देने वाले थे।
पुलिस द्वारा जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यह ऑपरेशन एसीपी ललित मोहन नेगी और एसीपी हदय भूषण के नेतृत्व में चलाया था। बता दें जेल में बंद लाॅरेंस विश्नोई और विदेशों में रह रहा आतंकी गोल्डी बरार दिल्ली-एनसीआर और आसपास के राज्यों में जबरन वसूली, हत्या और अन्य जघन्य अपराधों को अंजाम देते हैं। इसके लिए वे इन सभी शार्प शूटर का सहारा लेते थे।
पकड़े गए शूटर के नाम इस प्रकार है-
मंजीत सिंह उर्फ गुरी- 22 साल का यह शूटर 8 वीं तक पढ़ा है। जेल में रहने के दौरान अजय राणा के माध्यम से गोल्डी बरार के संपर्क में आया। इसके बाद लाॅरेंस गैंग के लिए हत्या और रंगदारी के काम करने लगा। पुलिस ने नवंबर 2023 में एक मुठभेड़ के बाद इसे पकड़ा था।
गुरपाल- 26 साल का गुरपाल 12वीं तक पढ़ा है। यह शूटर मंजीत के साथ पंजाब के मोहाली में पुलिसकर्मियों पर हमला करने के मामले में शामिल रहा।
जसप्रीत सिंह- 25 साल का जसप्रीत सिंह भी 12वीं तक पढ़ा है। इस पर एनडीपीएस के तहत दो मामले दर्ज है।
सचिन कुमार- 26 साल का सचिन भी 12वीं पास है उसने इलेक्ट्रिक में डिप्लोमा भी किया है। यह लाॅरेंस गैंग के लिए हथियार सप्लाई का काम करता था।
संतोष उर्फ सुल्तान बाबा- 20 साल का संतोष ट्रांसपोर्ट कंपनी में बतौर हेल्पर काम करता था। वह उज्जैन के गैंगस्टर दुर्लभ कश्यप का साथी था। उसकी हत्या के बाद वह उसके गैंग को ऑपरेट करने लगा। इनके अलावा दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंजीत, अभय सोनी, धर्मेंद्र और संतोष कुमार को अलग-अलग राज्यों से पकड़ा है।