शरद पवार ने पीएम मोदी के इंटरव्यू में उनकी आलोचना के बाद उनपर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सात दिनों में आवश्यक वस्तुओं की कीमतें कम करने का अपना वादा पूरा नहीं किया। उन्होंने 2014 में यह अपना पहला वादा किया था।
शरद पवार ने कहा, “यह वादा किया गया था कि गैस सिलेंडर की कीमतें 400 रुपये से 50 प्रतिशत कम हो जाएंगी। आज, हालांकि, कीमत 1,160 रुपये है। कीमतों में लगातार वृद्धि ही हुई है।”
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी ने कई वादे किए, लेकिन उन्हें पूरा नहीं किया। पीएम मोदी द्वारा मनमोहन सिंह की आलोचना और उन पर टिप्पणी का जवाब देते हुए पवार ने कहा कि आज मोदी उन्हीं के फैसलों को लागू करने की कोशिश कर रहे हैं। शरद पवार ने आगे कहा कि लोग प्रधानमंत्री मोदी से नाखुश हैं। शरद पवार ने आगे कहा, “प्रधानमंत्री मोदी अपने और मनमोहन सिंह के 10 साल के कार्यकाल की तुलना करते हैं। लेकिन मनमोहन सिंह की एक खासियत थी, वो चुपचाप काम करते थे और बिना कोई हंगामा किए देश को परिणाम देते थे। शरद पवार ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं पीएम मोदी के कामों के नतीजों के बारे में तो नहीं जानता, लेकिन उनकी चर्चा, टीका-टिप्पणी और आलोचना में काफी समय खर्च हो जाता है।”
शरद पवार पर पीएम मोदी का निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीवी 9 नेटवर्क को दिए एक इंटरव्यू के दौरान कहा था, “राष्ट्रवादी कांग्रेस हमारी वजह से नहीं टूटी।” नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, “पार्टी का नेतृत्व कौन करेगा इस पर पवार के घर में झगड़ा हो गया है। इस उम्र में वे परिवार का ख्याल नहीं रख सकते, वो महाराष्ट्र को क्या संभालेंगे?”
शरद पवार ने पीएम मोदी की इस अलोचना का जवाब देते हुए कहा, “मोदी ने अपने परिवार का ख्याल कहां रखा? मैं इस पर नहीं जाना चाहता। उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि चिंताजनक है। लेकिन हम उनकी व्यक्तिगत चीजों पर नहीं बोलेंगे।”
शरद पवार ने किया पीएम पर पलटवार
इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “उद्धव ठाकरे मेरे दुश्मन नहीं हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, संकट के समय में मैं उनकी मदद करने वाला पहला व्यक्ति होऊंगा।” इसका जवाब देते हुए शरद पवार ने कहा कि उन्होंने लाख कहा हो, लेकिन हम प्रार्थना करते हैं कि उद्धव ठाकरे को मोदी की मदद लेने का समय न आए।