जम्मू-कश्मीर के सोपोर में गुरुवार को सुरक्षा बलों और आंतकियों के बीच मुठभेड़ हो गई.
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि यह मुठभेड़ सोपोर के मोहल्ला नोपोरा में हुई. बताया जा रहा है कि सुरक्षा बलों को सूचना मिली थी कि मोहल्ला नोपोरा में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं. इस सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी की गई. इस दौरान खुद को घिरता देख आतंकियों ने जवानों पर गोलियां चलाना शुरू कर दीं. आंतकियों की इस हरकत का जवानों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया. उधर उरी में सेना के जवानों ने एक संदिग्ध को पकड़ लिया. सेना के जवान अभी भी तलाशी अभियान चला रहे हैं.
गोलीबारी में एक नागरिक घायल
बताया जा रहा है कि आतंकियों की गोलीबारी में एक नागरिक घायल हुआ है. पीड़ित शख्स को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल इसकी पहचान नहीं हो पाई है. बताया जा रहा कि इसे आतंकियों की गोली लगी है.
OP RAZA, #Baramulla
Based on specific inputs from intelligence agencies, a Joint Search Operation was launched by #IndianArmy & @JmuKmrPolice today in Uri, Baramulla.
One suspected individual has been apprehended along with recovery of 01xPistol & other war-like stores.… pic.twitter.com/wZtVi497Xp— Chinar Corps🍁 – Indian Army (@ChinarcorpsIA) April 25, 2024
उरी में एक संदिग्ध गिरफ्तार
वहीं उरी में सेना के जवानों ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है. जिसके पास से एक पिस्तौल और अन्य युद्ध सामग्री भी बरामद कीहै. चिनार कॉर्प्स ने कहा, “खुफिया एजेंसियों से मिले विशिष्ट इनपुट के आधार पर, भारतीयसेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा गुरुवार को बारामूला में एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया गया. इस दौरान एक पिस्तौल और अन्य युद्ध जैसे सामान की बरामदगी के साथ एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा गया है. बताया जा रहा है कि उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले के उड़ी से पकड़ा गया ये संदिग्ध लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े एक आतंकी मददगार किया करता था.
उसके पास से एक पिस्टल, दो मैगजीन व 20 कारतूस बरामद किए गए हैं. बताया जा रहा है कि बारामुला पुलिस और सेना की 8वीं राष्ट्रीय राइफल्स ने एक सूचना के आधार पर उड़ी के कमलकूट मंडयान क्षेत्र में संयुक्त गश्त शुरू की थी. तभी सुरक्षा बलों को पैदल जा रहे एक व्यक्ति पर कुछ शक हुआ. सुरक्षा बलों को देखते ही संदिग्ध व्यक्ति भागने लगा. लेकिन उसे तुरंत पकड़ लिया गया. शुरुआती पूछताछ में उसकी पहचान फारूक अहमद खोकर पुत्र सलामदीन खोकर निवासी कालसी कमलकूट के रूप में हुई है.