Rising Bharat Summit 2024: न्यूज18 के लीडरशिप कॉन्क्लेव ‘राइजिंग भारत 2024’ में पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया 21वीं सदी को भारत की सदी कहती है. बड़ी-बडी एजेंसियां, बड़े बड़े अर्थशास्त्री, बड़े बड़े जानकार, राइजिंग भारत को लेकर बहुत आश्वास्त है.
अब इनलोगों के मन में कोई इफ, बट नहीं है. आखिर ऐसा क्यों है, कोई सवालिया निशान नहीं है, ऐसा इसलिए है, क्योंकि पूरी दुनिया आज ये देख रही है कि पिछले दस साल में सरकार ने कितने बड़े परिवर्तन किए हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद से सिस्टम बना, जो वर्क कल्चर बना, उस सिस्टम में यह ट्रांसफॉर्मेशन लाना इतना आसान नहीं था, लेकिन यह हुआ है और यह हम भारतीयों ने ही करके दिखाया है. आज भारत का कॉन्फिडेंस लेवल हर भारतीय की बातों में झलकता है. आज हम विकसित भारत की बात कर रहे हैं न, आत्मनिर्भर भारत की बात कर रहे हैं न. और लोग चाहे विपक्ष में हो, देश के भीतर हो, या देश के बाहर हों. सब भारत की उपलब्धियां देख रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सिर्फ दस साल में 25 करोड़ लोगों का गरीबी रेखा से बाहर निकलना क्या ऐसे ही हो गया होगा क्या? सिर्फ 10 साल में भारत का 11 वें नंबर से 5वें नंबर की इकोनॉमी बन जाना, क्या ऐसे ही गया होगा क्या?, सिर्फ दस साल में भारत का फॉरेक्स रिजर्व बढकर के 700 मिलियन डॉलर के पार पहुंच जाना ये क्या ऐसे ही हुआ होगा क्या?, सिर्फ दस साल में भारत का एक्सपोर्ट 700 मिलियन डॉलर पार कर जाना क्या सिर्फ ऐसे ही हुआ होगा क्या? और ये तो अभी कुछ भी नहीं है. अभी तो और आगे जाना है.
मोदी ने कहा कि आप जानते हैं कि सरकारों में ब्यूरोक्रेसी में काम कैसे होते रहा है, लेकिन वह एक फैक्टर ऐसा क्या था, जिससे यह बदलाव आया वह है नियत, नियत सही, तो काम सही और नियत कौन सी नेशन फर्स्ट की नियत. पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मेरे देश में कोई कमी नहीं है कि उसकी पहचान गरीब देश के रूप में हो. हम दुनिया के सबसे युवा देश हैं. एक समय में हम ज्ञान में, विज्ञान में, सबसे आगे रहे हैं. दुनिया की कोई वजह नहीं है कि भारत किसी भी देश से पीछे रहे. बस नेशन फर्स्ट की नियत के साथ आगे चलना है.