Haryana Politics: हरियाणा में मंगलवार की सुबह सियासी बवंडर लेकर आया। हरियाणा कैबिनेट के सामूहिक इस्तीफे के बाद मनोहरलाल खट्टर ने इस्तीफा दे दिया और हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी की गठबंधन वाली सरकार खत्म हो गई। इसकी पूरी पटकथा सोमवार देर रात ही दुष्यंत चौटाला और गृह मंत्री अमित शाह की बैठक के बाद लिखी गई।
बीजेपी से गठबंधन टूटने के बाद जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के केवल चार विधायक आज दिल्ली में प्रमुख दुष्यंत चौटाला द्वारा अपने फार्महाउस पर बुलाई गई बैठक में शामिल हुए, जिससे अटकलें शुरू हो गईं कि अन्य पांच कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संपर्क में हैं, और पाला बदलने के लिए एक समझौते पर काम कर रहे हैं।
खबर है कि जिन पांच विधायकों ने कथित तौर पर एक समूह बनाया है और भाजपा के संपर्क में हैं, उनमें जोगी राम सिहाग, राम कुमार गौतम, ईश्वर सिंह, रामनिवास और देविंदर बबली शामिल हैं। जेजेपी के जो पांच विधायक बैठक में शामिल नहीं हुए, उन्हें पार्टी ने नई दिल्ली बुलाया है।
हरियाणा में मंगलवार की सुबह सियासी बवंडर लेकर आया। हरियाणा कैबिनेट के सामूहिक इस्तीफे के बाद मनोहरलाल खट्टर ने इस्तीफा दे दिया और हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी की गठबंधन वाली सरकार खत्म हो गई। इसकी पूरी पटकथा सोमवार देर रात ही दुष्यंत चौटाला और गृह मंत्री अमित शाह की बैठक के बाद लिखी गई।
बीजेपी से गठबंधन टूटने के बाद जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के केवल चार विधायक आज दिल्ली में प्रमुख दुष्यंत चौटाला द्वारा अपने फार्महाउस पर बुलाई गई बैठक में शामिल हुए, जिससे अटकलें शुरू हो गईं कि अन्य पांच कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संपर्क में हैं, और पाला बदलने के लिए एक समझौते पर काम कर रहे हैं।
सीट शेयरिंग को लेकर बिगड़ी बात
बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग पर दोनों पार्टी के बीच सहमति नहीं बन पाई। बताया जा रहा है कि दुष्यंत चौटाला की तरफ से दो सीटें मांगी थीं। बीजेपी आला नेतृत्व एक सीट देना चाहता था, लेकिन दुष्यंत दो सीटों की मांग पर अड़े हुए है। सूत्रों के अनुसार बीजेपी प्रदेश नेतृत्व 10 सीटों पर लड़ने की योजना बना ली है।
नए मंत्रीमंडल में जेजेपी नहीं होगी शाामिल
अब हरियाणा में अब नए मंत्रीमंडल का गठन होगा। नए मंत्रीमंडल में बीजेपी जेजेपी को शामिल नहीं करेगी। बता दे कि हरियाणा में बीजेपी के 40 विधायक है। 7 निर्दलीय विधायकों ने भी उनको समर्थन देने का ऐलान किया है। अब चौटाला किसानों को बीच जाकर ये संदेश दे सकते हैं कि हम इस सरकार से अलग हो चुके हैं।
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