China-India: भारत को पड़ोसी देश चीन अपनी नापाक हरकतों से बात नहीं आ रहा है। भारत के खिलाफ ड्रैगन नई नई साजिश रचता आया है। अब चीन ने एक और नई चाल चली है। वह समंदर से भारत पर नजर रख रहा है। चीनी सैन्य अनुसंधान-सर्वेक्षण-निगरानी जहाज शियांग यांग होंग 3 बीते कुछ दिनों से माले बंदरगाह पर जमा हुआ है। वहीं एक अन्य सहयोगी जहाज शियांग यांग होंग 01 भारत के पूर्वी समुद्री तट पर निगरानी के लिए बंगाल की खाड़ी की आ रहा है। इसके जरिए वह भारत पर लगातार नजर हुए हुआ है।
हिंद महासागर में चीन के जासूसी जहाज
हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के ये दोनों निगरानी जहाजों को मालदीव में मुइज्जू सरकार के साथ नजर आ रहे है। इन जासूसी जहाज को माले में डॉक करने की अनुमति दी गई है। एक जहाज के आने जाने को लेकर किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं है। खुफिया जानकारी से संकेत के अनुसार, जासूसी जहाज ऑपरेशनल टर्नअराउंड (OTR) के लिए श्रीलंकाई बंदरगाह के लिए है।
दोनों जहाजों पर भारतीय नौसैना की नजर
आपको बता दें कि बीते साल 22 दिसंबर को श्रीलंका ने सर्वेक्षण जहाजों के खिलाफ एक साल का प्रतिबंध लगाया था। खुफिया सूचना के अनुसार जहाज डॉकिंग की अनुमति देने के दबाव में रानिल विक्रमसिंघे सरकार के साथ कोलंबो बंदरगाह पर डॉक हो सकता है। चीन के इन दोनों जहाजों की निगरानी भारतीय नौसेना कर रही है।
समुद्री सुरक्षा विशेषज्ञों ने चेताया
समुद्री सुरक्षा जानकारों का कहना है कि चीन के इन दोनों जहाजों के जरिए हाइड्रोग्राफी की जा रही है। इंडियन ओशन रिम में भविष्य में पीपल्स लिबरेशन आर्मी की पनडुब्बी संचालन के लिए हाइड्रोलॉजिकल सर्वेक्षण किया जा रहा है। संभावना जताई जा रही है कि भारत के पूर्वी समुद्र तट पर चीनी जासूसी जहाजों की मौजूदगी का उद्देश्य विशाखापत्तनम के पास स्थित पनडुब्बी ले जाने वाली भारतीय परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल के हस्ताक्षर को चुनने के या फिर बालासोर परीक्षण रेंज से मिसाइल फायरिंग की निगरानी कर रहा है।