बीजेपी सरकार जानबूझ कर किसानों को पोर्टलों में उलझाना चाहती है
सरकार की मंशा किसानों को मुआवजा देने की होती तो मात्र कुछ घंटों में मुआवजा दे सकती थी, सभी किसानों और उनकी फसलों का पूरा रिकॉर्ड सरकार के पास है
नुकसान का सर्वे करने के लिए सरकार के पास पटवारी, एडीओ और सैटेलाइट उपलब्ध है, तो फिर मुआवजा देने में दिक्कत कहां है?
तुरंत 50 हजार रूपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दे सरकार
चंडीगढ़, 6 मार्च। इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने प्रदेश में हुई बेमौसमी बारिश और भारी ओलावृष्टि के कारण सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, जींद और सोनीपत समेत अन्य कई जिलों में किसानों की खराब हुई फसल का मुआवजा देने में बीजेपी सरकार की तरफ से की जा रही देरी और क्षतिपूर्ति पोर्टल पर 5 एकड़ की शर्त के कारण किसानों को हो रही परेशानी पर कहा कि किसानों को मुआवजा देने की बीजेपी सरकार की मंशा ही नहीं है। इससे पहले बीजेपी सरकार ने किसानों की खराब हुई फसल का पिछले चार सालों का लगभग 450 करोड़ रूपए का मुआवजा आज तक नहीं दिया है।
खराब हुई फसलों के मुआवजे को लेकर लचर तैयारी पर बीजेपी सरकार को घेरते हुए अभय सिंह चौटाला ने कहा कि बीजेपी सरकार कभी भी किसानों की हितैषी नहीं रही और हमेशा किसानों को कमजोर करने का काम करती रही है। उन्होंने बीजेपी सरकार की मंशा पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि सरकार की मंशा किसानों को मुआवजा देने की होती तो मात्र कुछ घंटों में मुआवजा दे सकती थी। सभी किसानों और उनकी फसलों का पूरा रिकॉर्ड सरकार के पास है। उसके बाद नुकसान का सर्वे करने के लिए सरकार के पास पटवारी, एडीओ और सैटेलाइट उपलब्ध है, तो फिर मुआवजा देने में दिक्कत कहां है? बीजेपी सरकार ने पोर्टल पर फसलों को ओलावृष्टि और बारिश से हुए नुकसान के लिए 15 मार्च तक का ही समय दिया है जिससे किसान बेहद परेशान है। बीजेपी सरकार जानबूझ कर किसानों को पोर्टलों में उलझाना चाहती है।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि किसानों को उनकी खराब हुई फसल का तुरंत 50 हजार रूपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जाए ताकि किसान अपनी आगे आने वाली फसल की तैयारी कर सके।