Azerbaijan Armenia News: अजरबैजान ने पाकिस्तान से चीनी लड़ाकू विमान जेएफ-17 थंडर ब्लॉक III (जिसे एफसी-1 जियालोंग के नाम से भी जाना जाता है) खरीदने के लिए एक कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। अजरबैजान की आक्रामकता में इजाफा तब हुआ है, जब आर्मीनिया ने सतह से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल खरीदने के लिए भारत के साथ समझौता किया है।
अज़रबैजान 1.6 अरब अमेरिकी डॉलर में लड़ाकू विमान खरीदने के लिए पाकिस्तान के साथ समझौता किया है। इस सौदे में पायलटों का प्रशिक्षण और हथियारों का अधिग्रहण शामिल है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अजरबैजान को जेएफ-17 का निर्यात 2024 तक, पाकिस्तान वायु सेना को 62 लड़ाकू जेट का ऑर्डर पूरा होने के बाद किया जाएगा।
पाकिस्तान और अजरबैजान में डील पाकिस्तानी विशेषज्ञ डॉ. महमूद उल हसन खान ने इस डील की पुष्टि पाकिस्तानी सूत्रों के हवाले से की है। अजरबैजान को JF-17 ‘थंडर’ की बिक्री पाकिस्तान के इतिहास में सबसे बड़ा रक्षा निर्यात सौदा है। इस सौदे के तहत पहली किश्त में पाकिस्तान, अजरबैजान को 8 फाइटर जेट्स की आपूर्ति करेगा। जिसके बाद 8 और फाइटर जेट की आपूर्ति की जाएगी। म्यांमार और नाइजीरिया के बाद फाइटर जेट चुनने वाला अजरबैजान तीसरा देश बन गया है।
JF-17 थंडर लड़ाकू विमान को पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स और चीन के चेंगदू एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री कॉर्प द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है। इसमें एक चीनी एयरफ्रेम और पश्चिमी एवियोनिक्स है, और एक रूसी इंजन इसे शक्ति प्रदान करता है।
ब्लॉक III वेरिएंट एडवांस हथियार क्षमता का दावा करता है, जो इसे विभिन्न युद्ध परिदृश्यों में मल्टी डाइमेंशनल बनाता है। यह हवा से हवा, हवा से सतह, जहाज-रोधी मिसाइलों और गाइडेड और बिना गाइडेड बमों सहित कई तरह के बमों को अपने साथ ले जा सकता है। यह 300 किलोमीटर तक की रेंज वाली पीएल-15 बियॉन्ड विजुअल रेंज (बीवीआर) मिसाइल से लैस है।
इसके पुराने वेरिएंट के इंजन में दिक्कत आ रही थी। तकनीकी खराबी के कारण म्यांमार को JF-17 के अपने बेड़े को रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा। ब्लॉक III में नया इंजन लगाया गया है, जो संभवतः RD-33MK (जो रूसी मिग-35 को शक्ति प्रदान करता है) या WS 10A का एडवांस वर्जन है। यह इंजन अपग्रेड बेहतर प्रदर्शन में योगदान देता है।
JF-17 ब्लॉक III मैक 2 की गति लगभग 2,470 किलोमीटर प्रति घंटा है, जो एक अच्छी खासी स्पीड है।
ब्लॉक III में एक सक्रिय इलेक्ट्रॉनिक स्कैन एरे (एईएसए) रडार शामिल है, जो उड़ान के दौरान पायलट को लगाकर दुश्मन के बारे में जानकारी देते रहता है। जिससे पायलट को किसी टारगेट पर निशाना लगाना काफी आसान हो जाता है। इसके अलावा, इस फाइटर जेट में हेलमेट-माउंटेड डिस्प्ले (HMD) की सुविधा भी है।
जेएफ-17 थंडर की लागत-प्रभावशीलता इसका मुख्य लाभ है। यह F-16 फाइटिंग फाल्कन की कीमत से लगभग आधी कीमत पर आता है। हालांकि, इसके महंगा होने की भी उम्मीद है, क्योंकि ब्लॉक III वेरिएंट अभी भी अपने प्रतिस्पर्धियों पर महत्वपूर्ण बढ़त हासिल करता है।
भारत-आर्मीनिया में डिफेंस समझौता
आपको बता दें, कि अजरबैजान जहां पाकिस्तान और तुर्की से हथियार खरीद रहा है, वहीं आर्मीनिया हथियारों के लिए भारत पर निर्भर है।
आर्मेनिया और अजरबैजान भविष्य के युद्ध की तैयारी के लिए खुद को फिर से हथियारबंद कर रहे हैं। अजरबैजान के हवाई खतरे से लड़ने के लिए आर्मीनिया ने भारत से सतह से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइलें खरीदी हैं। जैसे ही आर्मीनिया ने भारत से आकाश एयर डिफेंस सिस्टम खरीदा, ठीक वैसे ही अजरबैजान ने आर्मीनिया की सीमा के अंदर घुसना बंद कर दिया। लिहाजा, दोनों देशों के बीच फिलहाल तनाव के बीच शांति बनी हुई है।
आकाश एयर डिफेंस सिस्टम को भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) ने बनाया है, जो एक छोटी दूरी की एसएएम प्रणाली है, जिसे फाइटर जेट्स का काल माना जाता है। आकाश हथियार प्रणाली (एडब्ल्यूएस) ऑटोमेटिक मोड में काम करता है और एक बार एक्टिवेट कर देने के बाद ये एक साथ कई लक्ष्यों पर हमला कर सकता है।