CBI Raids On Ex Governor Satyapal Malik: जम्मू-कश्मीर के चर्चित पूर्व उप राज्यपाल सत्यपाल मलिक के घर सहित 30 ठिकानों पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो सीबीआई ने छापा मारा है। यह छापा जम्मू-कश्मीर के किरू पनबिजली परियोजना को लेकर मारा गया है। गौरतलब है कि सत्यपाल मलिक के कार्यकाल के दौरान ही मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने का काम किया था। सत्यपाल मलिक बिहार, ओडिशा, गोवा और मेघालय के राज्यपाल रहे चुके हैं।
What Is Kiru Hydro Electric Project : किरू हाइड्रो प्रोजेक्ट क्या है?
जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ तहसील में चिनाब नदी पर किरू पनबिजली परियोजना तैयार की गई है। इसकी आधारशिला 3 फरवरी 2019 को रखी गई थी। चिनाब नदी पर विकसित की जा रही बिजली की यह परियोजना624 मेगावॉट बिजली आपूर्ति करेगी। भारत इसे सिंधु समझौते के अनुसार बना रहा है। इस परियोजना को टोल टैक्स और राज्य सेवा कर में छूट दी गई है। इसके साथ ही 10 साल तक जल उपयोग शुल्क पर भी छूट है। इस परियोजना की लागत 4287.59 करोड़ रुपए है। इसमें जम्मू कश्मीर 49 फीसदी साझेदार है। इस परियोजना को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों पर कैबिनेट समिति ने मंजूरी दी थी।
CBI Raids :बीमा घोटाले में भी पड़ चुका है सत्यपाल मलिक के घर छापा
जम्मू और कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के दिल्ली स्थित घर पर CBI ने हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट मामले में छापा मारा है। इससे पहले बीमा घोटाले मामले में सीबीआई सत्यपाल मालिक के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी है।
JK CBI Raids : सत्यपाल मलिक को हुई थी 300 करोड़ की रिश्वत
सत्यपाल मलिक ने 2019 में किश्तवाड़ में किरू हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के लिए 2,200 करोड़ रुपए के काम का ठेका देने के मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। वह 23 अगस्त, 2018 से 30 अक्तूबर 2019 तक जम्मू कश्मीर के राज्यपाल थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि परियोजना से संबंधित दो फाइलों की मंजूरी के लिए 300 करोड़ रुपए रिश्वत की पेशकश हुई थी।
मैं अस्पताल में भर्ती हूं,मेरे मकान में तानाशाही सरकार का छापा- सत्यपाल मलिक (पूर्व गवर्नर)
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि पिछले 3-4 दिनों से मैं बीमार हूं और अस्पताल में भर्ती हूं। इसके वावजूद मेरे मकान में तानाशाह द्वारा सरकारी एजेंसियों से छापे डलवाएं जा रहें हैं। मेरे ड्राइवर, मेरे साहयक के ऊपर भी छापे मारकर उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है। में किसान का बेटा हूं, इन छापों से घबराऊंगा नहीं। मैं किसानों के साथ हूं।