Mumbai Airport Flights Cancelled Latest Update: देशभर के हवाई यात्रियों के लिए बुरी खबर है। देश के सबसे बड़े और इंटरनेशनल एयरपोर्ट मुंबई हवाई अड्डे से उड़ानें बंद हो गई है। मार्च 2024 तक एयरपोर्ट से फ्लाइटें उड़ान नहीं भरेंगी।
Akasa एयरलाइंस ने मंगलवार को 15 फरवरी से 30 मार्च तक अपनी मुंबई जाने वाली सभी 90 उड़ानें रद्द कर दी हैं।
सबसे ज्यादा उड़ानों वाली इंडिगो एयरलाइंस 18 फ्लाइटें और विस्तारा, एयर इंडिया करीब 17 फ्लाइटें रद्द करेगी। स्पाइस जेट भी उड़ानें रद्द करने की तैयारी में है, लेकिन अभी तीनों बड़ी एयरलाइंस ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि कब तक के लिए कितनी उड़ानें रद्द होंगी, लेकिन अकासा एयरलाइंस की उड़ानें रद्द होने से पैसेंजर्स ने निराशा व्यक्त की और एयरलाइंस की ओर से माफी भी मांगी गई। ट्वीट पर रिप्लाई करके यात्रियों को फ्लाइटें रद्द करने की वजह भी बताई।
क्यों लिया गया फैसला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश की वित्तीय राजधानी मुंबई के हवाई अड्डे पर यात्रियों की और रनवे पर हवाई जहाजों की भीड़ काफी बढ़ गई है। इस भीड़ को घटाने के लिए नागर विमानन मंत्रालय ने एयरपोर्ट से फ्लाइटें कैंसिल करने का फैसला लिया है। मंत्रालय ने मुंबई हवाई अड्डे के संचालक मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड को आदेश दिया है कि वह उड़ानों की संख्या में कटौती करे। निजी जेट उड़ानों की संख्या भी घटाए।
भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण ने मुंबई हवाई अड्डे को पीक घंटों के दौरान विमानों की आवाजाही को 46 से घटाकर 44 और गैर-पीक घंटों के दौरान आवाजाही को घटाकर 44 से घटाकर 42 करने का निर्देश दिया है। उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने साफ-साफ शब्दों में कह दिया है कि मंत्रालय के फैसले पर एयरपोर्ट अथॉरिटी और एयरलाइंस अमल करें। मंत्रालय को सहयोग भी करें।
उड़ानें रद्द होने से क्या असर पड़ेगा?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकारी निर्देशों के बाद कंपनी ने विमानन कंपनियों से चर्चा की और इसी चर्चा के मुताबिक विमान कंपनियों ने फ्लाइटें रद्द करने का फैसला लिया, जिसका असर आने वाले दिनों में दिखेगा। मुंबई एयरपोर्ट से उड़ानें रद्द होने से सबसे बड़ा असर मुंबई में रहने वाले लोगों पर पड़ेगा। बिजनेस के लिए या अन्य कामों से मुंबई आने वाले लोगों पर पड़ेगा।
मुंबई का टूरिज्म सेक्टर प्रभावित हो सकता है। प्रोफेशनल और प्राइवेट जेट उड़ान नहीं भर पाएंगे, इससे संबंध खराब होने का डर है। सबसे बड़ा असर हवाई किराए पर पड़ेगा, क्योंकि जिन शहरों के लिए फ्लाइटें रद्द होंगी, उन शहरों के लिए अन्य एयरलाइंस किराया बढ़ा देंगी। फ्लाइट नहीं गईं तो सड़क या रेल मार्ग से आवाजाही में ज्यादा किराया देना पड़ेगा।