Flying saints temple: इस दुनिया में कई ऐसे रहस्य हैं, जिनके बारे में बहुत से लोग नहीं जानते। दुनिया में एक तरफ भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग उलझे हुए हैं तो दूसरी तरफ ऐसे भी लोग हैं, जिन्होंने इस मोह माया से खुद को एकदम अलग कर लिया है और वे ध्यान में लीन रहते हैं। ये लोग इस भागदौड़ भरी दुनिया से दूर ही ध्यान करते हैं ताकि इनका दिमाग शांत रहे और भटके ना। ऐसे ही कुछ संत हैं, जिनका मंदिर काफी मशहूर है। हैरानी की बता तो ये है कि इस मंदिर के ऊपर संत उड़ते हुए नजर आते हैं।
आपने सुना होगा कि आध्यात्म में लीन तपस्वी लोग हिमालय की पहाड़ियों पर जाकर ध्यान करते हैं। कई लोग ऐसे हैं, जिनका कोई अता पता ही नहीं। मगर एक मंदिर ऐसा है, जहां संत लोग तपस्या करते हैं। इस मंदिर को उडते हुए संतों का मंदिर भी कहा जाता है।
अब आप सोच रहे होंगे कि अपने देश में इस मंदिर के बारे में तो कभी सुना ही नहीं। तो आपको बताते चलें कि ये मंदिर भारत में नहीं बल्कि भारत से बाहर है। ये मंदिर है चीन में। चीन के हेनान प्रांत में बने इस मंदिर को फ्लाइंग मॉन्क्स टेंपल कहा जाता है। नारंगी के आकार में ये मंदिर नजर आता है, जो बौद्ध भिक्षुओं का आश्रय स्थल है।
जब आप इस मंदिर को देखने पहुंचेंगे तो दूर से ऐसा लगेगा मानो ये पूरा का पूरा मंदिर ही उड़ रहा है। एक बार को तो आपको ऐसा भी लग सकता है कि यहां तपस्वी लोग उड़ रहे हैं। दरअसल, ये मंदिर सोंगशान पर्वत पर बना है। यहां पर भिक्षु हर हफ्ते ध्यान करते हैं। इसे बौद्ध धर्म के जन्मस्थान या फिर शाओलिन कुंग फू के उद्गम स्थल के तौर पर भी जाना जाता है। अब आप सोच रहे होंगे कि क्या वाकई ये मंदिर उड़ता है?
बताते चलें कि इस मंदिर के नीचे एक बड़ा सा पंखा लगाया गया है। ये पंखा दिखता नहीं क्योंकि ये मंदिर के अंदरूनी हिस्से तक छिपा है। इसे पवन सुरंग भी कहा जाता है। यहां से बहुत तेज हवा निकलती है जिससे ऐसा लगता है कि मंदिर ऊपर की ओर उड़ रहा है। इसे लातवियाई वास्तुकला स्टूडियो मेलिटिस आर्किटेक्ट्स ने डिजाइन किया है। यहां आकर लोग हैरत में पड़ जाते हैं जब उन्हें दिखता है कि मंदिर तो उड़ रहा है।