India vs South Africa 2nd Test pitch: साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत ने केपटाउन टेस्ट को जीतकर इतिहास रच दिया था। साउथ अफ्रीका में पहली बार केपटाउन के न्यूलैंड्स स्टेडियम में भारतीय टीम को टेस्ट फॉर्मेट में जीत मिली। दूसरा टेस्ट मैच जीतने के साथ ही भारतीय टीम इस सीरीज को एक-एक की बराबरी पर समाप्त करने में कामयाब रही। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने सीरीज को बराबरी पर खत्म किया।
महज डेढ़ दिन में खत्म हुआ मैच: टेस्ट मैच को 5 दिनों का खेल कहा जाता है। लेकिन केपटाउन टेस्ट मैच डेढ़ दिन में ही समाप्त हो गया था। इस टेस्ट मैच में कुल पांच सेशन भी नहीं खेले जा सके थे। केपटाउन के न्यूलैंड्स पिच पर बाउंस जरूरत से ज्यादा देखी गई। जिसके बाद इस पिच की आलोचनाएं भी खूब की गई। क्रिकेट दिग्गजों ने ऐसी खतरनाक पिच पर क्रिकेट होने पर आपत्ति जताई थी।
आईसीसी का बड़ा एक्शन: इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसलिंग यानी कि आईसीसी ने अब कपटाउन के न्यूलैंड्स स्टेडियम में इस्तेमाल की गई पिच को लेकर बड़ा एक्शन लिया है। आईसीसी ने इस मैदान की पिच को अनसेटिस्फाइड रेटिंग दी है। आईसीसी पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रक्रिया के तहत लिया गया यह फैसला न्यूलैंड्स द्वारा अब तक के सबसे कम समय में खत्म हुए टेस्ट मैच की मेजबानी के बाद आया है।
पिच को बताया गया खतरनाक: इस टेस्ट मैच में केवल 642 गंदे फेकी गई थी। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह सबसे छोटा टेस्ट मैच खेला गया। आईसीसी मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने अपनी रिपोर्ट में मैच अधिकारियों की चिंता व्यक्त की थी। क्रिस ब्रॉड ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि न्यूलैंड्स की पिच पर बल्लेबाजी करना बहुत मुश्किल था। पूरे मैच के दौरान गेंद तेजी से और कभी-कभी खतरनाक तरीके से आ रही थी जिससे शॉट खेलना मुश्किल हो गया था।
बता दें इस टेस्ट मैच के पहले दिन ही कुल 23 विकेट गिरे थे। दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी महज 55 रनों पर सिमट गई थी। भारत की ओर से मोहम्मद सिराज ने 9 ओवर में 15 रन देखकर 6 विकेट अपने नाम किए थे। बल्लेबाजों के लिए यह दूसरा टेस्ट मैच भुला देने वाला रहा। दोनों ही देश के बल्लेबाज इस पूरे मैच के दौरान संघर्ष करते नजर आए।