चंडीगढ़ : हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि प्रदेश में दवाइयों की शीघ्र आपूर्ति के लिए 37.25 करोड़ रुपये की एलोपैथिक एवं युनानी दवाइयों तथा बैडशीट की खरीद के आदेश दिये गये है। ये दवाइयां इस माह के अंत तक अस्पतालों में पहुंचने की सम्भावना है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस खेप में 27 करोड़ रुपये की एलोपैथिक दवाइयां मंगवाई गई हैं। इसके साथ ही हेपेटाईटस – सी (पीलिया) के मरीजों को टीकों की वैकल्पिक व्यवस्था देने के लिए 3.12 करोड़ रुपये की ओरल दवाई खरीदने के आदेश दिये है। इससे भविष्य में पीलिया के रोगियों को पीलिया की दवाई टेबलेट के रूप में उपलब्ध करवाई जाएगी। ये सभी दवाइयां इस माह के अन्त तक आने की सम्भावना है। इसके अलावा 13.6 लाख रुपये की युनानी दवाइयों को खरीदने के आदेश भी दे दिये गये है।
श्री विज ने बताया कि प्रदेश के अस्पतालों में मरीजों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसलिए प्रतिदिन प्रत्येक बैडशीट को बदलने के आदेश दिये गये हैं ताकि मरीजों एवं उनके तिमारदारों में किसी भी संक्रमण की सम्भावना को कम किया जा सके। इसके लिए प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों के लिए 7 करोड़ रुपये की चद्दरें खरीदने के आदेश दिये गये हैं। इनमें सप्ताह के सातों दिनों के लिए 7 रंगों की बैडशीट मंगवाई हैं, जोकि अक्तूबर माह के अंत तक अस्पतालों में पहुंच जाएंगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इनके अलावा आयुष विभाग ने करीब 6 करोड़ रुपये की आयुर्वेदिक, 70.81 लाख रुपये की होम्योपैथिक तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा करीब 6 करोड़ रुपये की एलोपैथिक दवाइयां शीघ्र ही खरीदने के आदेश जारी किये जाएंगे। इससे पहले स्पेशल हाई पॉवर परचेज कमेटी द्वारा 279 दवाइयों की खरीद के लिए रेट तय किये गये थे, जिनकी कुल कीमत लगभग 200 करोड़ है।
श्री विज ने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा जनवरी से जुलाई 2015 के मध्य करीब 33.4 करोड़ रुपये की दवाइयां अस्पतालों में वितरित की गई थी, जबकि इसी अवधि के दौरान वर्ष 2016 में लगभग 40.3 करोड़ रुपये की दवाइयां वितरित की गई है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष सरकारी अस्पतालों में करीब 21 फीसदी अधिक दवाइयों का वितरण हुआ है, जोकि लोगों का सरकारी अस्पतालों की ओर बढ़ते रूझान को दर्शाता है।