Mohan Yadav सरकार की ओर से लिए गए लाउडस्पीकर प्रतिबंधित करने के फैसले पर अब काम शुरू हो गया है, जहां धार्मिक नगरी उज्जैन में जनप्रतिनिधि और अधिकारियों को समझाइश के बाद सभी धर्म के लोगों ने अपने-अपने धर्मस्थलों से लाउडस्पीकर उतारने शुरू कर दिए हैं।
धार्मिक स्थलों पर लाऊड स्पीकर लगाने की अनुमति लेना अनिवार्य, कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने धर्मगुरुओं की बैठक लेकर अपील की है, 3 दिनों में उचित प्रक्रिया पूर्ण करायें, लाऊड स्पीकर निर्धारित सीमा से अधिक आवाज होने पर सम्बन्धित के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई होगी।
कुछ ऐसा सरकार का आदेश
उज्जैन में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम एवं पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने संयुक्त रूप से शहर के विभिन्न धर्मगुरुओं की बैठक लेकर अवगत कराया कि, धार्मिक स्थलों पर लाऊड स्पीकर लगाने की अनुमति लेना अनिवार्य है। धर्मगुरुओं से अपील की कि वे तीन दिवस में उचित प्रक्रिया पूर्ण कराकर सक्षम अधिकारी से अनुमति लेना आवश्यक है। धार्मिक स्थल पर लाऊड स्पीकर निर्धारित डेसीबल में एक या दो होना चाहिये। दो से अधिक होने पर नियमानुसार सम्बन्धितों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।
उड़नदस्तों के द्वारा जांच की जायेगी
लाऊड स्पीकर निर्धारित सीमा से अधिक आवाज होने पर सम्बन्धित के विरूद्ध उड़नदस्तों के द्वारा जांच की जायेगी। ध्वनि प्रदूषण के सम्बन्ध में शिकायत प्राप्त होने पर त्वरित जांच कर कार्यवाही निष्पादित करने के लिये नियमों का पालन सुनिश्चित कराया जायेगा। जिले में 9 अनुभागों में उड़नदस्ता गठित किया गया है। इसमें जिला प्रशासन द्वारा नामित अधिकारी सम्बन्धित थाने के थाना प्रभारी एवं क्षेत्रीय अधिकारी मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा नामित अधिकारी रहेंगे। कुलमिलाकर, देखा जाए तो मोहन यादव सरकार की ओर से दिए गए आदेशों का पालन कराया जा रहा है, जहां लगातार धर्म स्थलों से लाउडस्पीकर उतारे जा रहे हैं.