नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब लाल किले की प्राचीर से देश की जनता को आजादी के 70 साल की बधाई दे रहे थे तो उन्हें शायद खुद भी मालूम नहीं होगा कि वो एक रिकॉर्ड भी कायम कर रहे हैं। मोदी ने पूरे 94 मिनट का लंबा भाषण देकर ‘ स्वतंत्रता दिवस पर सबसे लंबे भाषण’ का ऐतिहासिक रिकॉर्ड बना दिया।
देश की जनता से एक होकर सामाजिक बुराइयों से लड़ने की अपील करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर पिछले साल दिए अपने लंबे भाषण के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। पिछले साल मोदी ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के लंबे भाषण का रिकॉर्ड तोड़ा था।
ऐसा पहली बार नहीं है जब किसी राजनेता ने लंबा भाषण दिया हो। भारतीय इतिहास में इससे पहले भी कई राजनेताओं ने लंबे-लंबे भाषण दिए हैं। आइए जानते हैं कि ऐसे कौन-कौन से लंबे भाषण हैं।
1- 2015 में स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 86 मिनट का लंबा भाषण दिया था। इतिहास में किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर दिया गया यह दूसरा सबसे लंबा भाषण है।
2- 2014 में देश का आम बजट पेश करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2 घंटे से भी ज्यादा लंबा भाषण दिया था।
3- वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जिस समय यूपीए सरकार में अंतिम वित्त मंत्री थे तो उन्होंने करीब 1 घंटे 50 मिनट का लंबा बजट भाषण दिया था।
4- 1957 में वीके कृष्णन मेनन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 8 घंटे का लंबा भाषण दिया था। मेनन कश्मीर में भारत की स्थिति का बचाव करते हुए बोल रहे थे।
5- 14 अगस्त 1947 की रात को देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने उनका प्रसिद्ध भाषण ‘ट्रिस्ट विद डेस्टिनी’ दिया था। यह भाषण पूरे 72 मिनट का था। 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिए गए भाषण से पहले यह स्वतंत्रता दिवस पर दिया गया सबसे लंबा भाषण था।