रियो डी जेनेरियो : इस बार रियो ओलंपिक में कुछ ऐसा होने जा रहा है जो कि 120 वर्षों में पहली बार होगा। जी हां, लैला, लीना और लिली नाम की तीन बहनें इतिहास रचने जा रही हैं। ये तीनों ही ट्रिप्लेट यानी एक साथ पैदा होने वाले तीन बच्चे हैं। इनकी खासियत यह है कि ये सभी पहली बार किसी ओलंपिक में एकसाथ और एक-दूसरे के खिलाफ प्रतिभाग कर रही हैं।
ऐसा ओलंपिक के इतिहास में इससे पहले कभी नहीं हुआ है कि कोई ट्रिपलेट आपस में ही कॉम्पटीशन करे। हालांकि, इससे पहले कई बार ओलंपिक में ट्विंस ऐसा कर चुके हैं।
जानिए इन तीनों की कहानी..
इन तीनों बहनों का पैदाइश के वक्त वज़न कम था और इसलिए इन्हें आईसीयू में रखा गया। बताया जाता है कि बचपन में यह ट्रिपलेट मैराथन दौड़ को लेकर जरा भी उत्साही नहीं रहता था। इन्होंने 24 साल की उम्र से मैराथन दौड़ना शुरू किया और अभी ये सभी 30 वर्ष की हैं। दौड़ से पहले इन सभी को नृत्य करने का काफी शौक था जो कि आज भी बरकरार है।
तीनों बहनें अच्छी डांसर
ये तीनों ही बहनें अच्छी डांसर भी हैं। जब इन्होंने पहली बार मैराथन में हिस्सा लिया तो वहां पता लगा कि इनके भीतर एक अच्छे धावक का हुनर भी छिपा है। उसके बाद तीनों ने अपने हुनर को तराशने के लिए प्रशिक्षण लेना शुरू किया और आज सभी ओलंंपिक का हिस्सा हैं।
फेसबुक पर बनाया है पेज
आपको बता दें कि इस बार रियो ओलंपिक में इस ट्रिपलेट के अलावा जर्मनी की दो जुड़वा बहनें अन्ना और लिसा हाह्नेर भी हिस्सा ले रही हैं। इस्तोनिया की ये तीनों बहने रहती अलग हैं लेकिन ट्रेनिंग एकसाथ ही लेती हैं और इनका ‘ट्रियो टू रियो’ नामक फेसबुक पेज भी है।
ये तीनों बहनें पदक जीतें या इनमें से चाहे कोई भी न जीते लेकिन एक बात तो तय है कि इन तीनों का ओलंपिक के लिए क्वॉलीफाई करना अपने आप में एक जीत है। ओलंपिक के 120 साल के इतिहास में रिकॉर्ड बनाने वाले इस ट्रिपलेट पर तकरीबन हर खेलप्रेमी की निगाह है।