वर्तमान आबादी के अनुसार पदों की संख्या बढ़ाकर कर 10 लाख की जाए:-सैलजा
:-सरकार की हठधर्मिता का खामियाजा प्रदेश की जनता भुगत रही है:-कुमारी सैलजा
चंडीगढ़ 18 अक्टूबर
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार खाली पड़े पदों को समाप्त करने पर तुली है। इन रिक्त पदों को समाप्त करके न सिर्फ सरकारी कर्मियों पर बोझ डाला जा रहा है बल्कि देश व प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी खत्म किए जा रहे हैं। सैलजा ने बताया कि कौशल रोजगार निगम का गठन कर पहले ही सुनिश्चित किया जा चुका है कि अब प्रदेश में ठेके पर ही भर्ती की जाएंगी तथा इनकी एवज में न तो स्थाई रोजगार मिलेगा और न ही ग्रेड के अनुसार तनख्वाह दी जा रही है।
सैलजा ने कहा कि कौशल रोजगार के अंतर्गत युवाओं को रोजगार प्रदान करने का सरकार का उद्देश्य स्वंम की खामियों को छुपाकर,बेरोजगार और प्रतिभाशाली युवाओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना है। मीडिया को जारी एक बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि बेरोजगारी के मामले में हरियाणा लगातार देश में नाम कमा रहा है। जो प्रदेश अन्य राज्यों के भी लाखों लोगों को रोजगार देता था, आज उसके पढ़े-लिखे युवा भी रोजगार के लिए तरस रहे हैं। प्रदेश के शिक्षित युवा रोजगार की तलाश में विदेशों में संघर्ष करने के लिए मजबूर हो गए हैं परंतु सरकार अपनी वाहवाही लूटने में लगी है।
इसके बावजूद प्रदेश सरकार ने पदों के नए निर्धारण में 13462 पदों की कुछ समय पहले सीधे कटौती कर दी और इसके बाद करीब 25 हजार पदों को फ्रीज कर दिया। अब फिर से दो साल से खाली पड़े पदों को खत्म करने की साजिश रची जा रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश में सरकारी नौकरियों के 4.58 लाख पद थे, जो घटाकर 4.45 लाख कर दिए हैं। 80 के दशक में प्रदेश की आबादी सवा करोड़ थी और तब सरकारी कर्मियों के साढ़े चार लाख पद थे परन्तु वर्तमान में प्रदेश की जनसंख्या बढ़कर तीन करोड़ के आसपास पहुंच चुकी है जिसके अनुसार कर्मियों की संख्या 10 लाख से अधिक होनी चाहिए थी। इसके विपरीत सरकार द्वारा पदों को बढ़ाने की बजाए घटाया जा रहा है। जिससे कर्मचारियों पर वर्क लोड बढ़ रहा है और वे मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं। कुमारी सैलजा ने कहा कि यह कितनी बड़ी विडंबना है कि सरकारी विभागों में कर्मियों के 41 प्रतिशत पद खाली पड़े हैं। खाली पदों पर भर्ती करने की बजाए युवाओं को कभी ग्रुप डी तो कभी ग्रुप-3 के सीईटी में उलझा दिया जाता है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आम लोगों से सीधे जुड़ाव वाले पुलिस, जन स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन, पशुपालन, सिंचाई, स्वास्थ्य, पंचायत जैसे महकमों में सबसे अधिक पद खाली पड़े हुए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकारी कर्मचारियों पर काम का कितना बड़ा भार है। कुमारी सैलजा ने बताया कि पिछले दिनों हरियाणा के सभी लिपिक कार्यभार बढ़ने औऱ उचित वेतनमान न मिलने के रोष स्वरूप लगातार हड़ताल पर रहे परन्तु सरकार इन परिस्थितियों में सबक लेने की बजाय हठधर्मिता पर अड़ी है। सरकार की मनमानी और अलोकतांत्रिक व्यवस्था स्थापित करने का खामियाजा भविष्य में स्वंम गठबंधन सरकार को भुगतना पड़ेगा। कार्य के अत्यधिक भार के कारण और मांगों को लेकर सुनवाई न होने पर प्रदेश के सरकारी कर्मचारी गठबंधन सरकार के खिलाफ लगातार मुखर हैं और आने वाले चुनाव में इन्हें सत्ता से बाहर करके ही दम लेंगे।
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:-Vacant positions should not end, the government should start filling them:- Kumari Selja.
: The number should be increased Now to 1 million based on the current population:- Kumari Selja
Chandigarh.18th October
The Secretary-General of the All India Congress Committee and former Union Minister Kumari Selja has said that the BJP-JJP coalition government is bent on eliminating vacant positions. By eliminating them, not only is the burden being placed on government employees, but also job opportunities for young people are being eliminated. The Skill Employment Corporation has already been formed, which has stated that recruitment will only be done on a contract basis in the state. In this case, neither permanent employment nor salary based on grade is being provided. In a statement released to the media, Kumari Selja said that Haryana is consistently earning a name for itself in the matter of unemployment in the country. The state that used to provide employment to millions of people from other states, today even educated youth in the state are yearning for jobs. Despite this, the state government recently cut 13,462 positions in the new determination of positions and then froze about 25,000 positions. Now, there is a conspiracy to eliminate vacant positions for the past two years. The former Union Minister said that there were 458,000 government jobs in the state, which were reduced to 445,000. In the 1980s, when the state’s population was about 100 million, there were over four hundred thousand government jobs. With the population now reaching around three hundred million, the number of employees should have been more than a million. Instead of increasing the positions, they are being reduced, which is increasing the workload on employees and causing them mental distress. Kumari Selja said that it is a big disgrace that 41 percent of government positions are vacant. Instead of hiring for vacant positions, young people are often caught up in the labyrinth of Group D or Group 3 CETs. The former Union Minister said that common people are directly associated with departments like police, public health, education, transportation, animal husbandry, irrigation, health, and panchayats. This can give an estimate of the heavy workload on government employees. Due to the excessive workload and lack of attention to demands, the government employees in the state are continuously openly against the coalition government and will only get rid of power in the upcoming elections.